पटना: बिहार के प्रखंड कार्यालयों में दूर-दराज से कामकाजी नागरिकों और तैनात कर्मियों के लिए एक बड़ी समस्या जल्द ही समाप्त होने वाली है। राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक अहम कदम उठाया है कि सभी प्रखंड मुख्यालयों में विशेष कैंटीन खोली जाएं। इससे न केवल आम जनता को सुविधा मिलेगी, बल्कि प्रखंड कार्यालयों में काम कर रहे कर्मचारियों के लिए भी यह एक बड़ी राहत साबित होगी।
बिहार सरकार ने इस पहल की शुरुआत पटना के प्रमुख अस्पतालों और सचिवालय के बाद अब राज्य के सभी प्रखंड मुख्यालयों में की है। मंत्री श्रवण कुमार ने इस निर्देश के साथ कहा कि राज्य में जीविका से जुड़े स्वयं सहायता समूहों के गठन और अन्य योजनाओं की समीक्षा के दौरान इस निर्णय को लागू करने का फैसला लिया गया।
मुख्य सचिवालय के कार्यालय कक्ष में आयोजित बैठक के दौरान मंत्री श्रवण कुमार ने अधिकारियों से जीविका के तहत कृषि योजनाओं, पशुपालन, कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे गरीबों के कल्याण से जुड़े योजनाओं को समय पर पूरा करने में तत्पर रहें और इसमें किसी प्रकार की लापरवाही को सहन न करें।
मंत्री ने अधिकारियों को यह चेतावनी भी दी कि जो अधिकारी और कर्मचारी दायित्वों में लापरवाही करेंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इस कदम से यह उम्मीद जताई जा रही है कि प्रखंड मुख्यालयों पर कामकाजी नागरिकों और कर्मचारियों की परेशानी कम होगी, और उन्हें बेहतर सेवाएं मिलेंगी।
यह पहल बिहार सरकार द्वारा राज्य की ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में विकासात्मक कार्यों को गति देने के प्रयास के तौर पर देखी जा रही है, जिससे राज्य के नागरिकों को और बेहतर सेवाएं मिल सकें।