सेंट्रल डेस्कः भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई की पत्नी पर पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) से जुड़े होने का आरोप लगाया है। जिस पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) ने प्रतिक्रिया दी है।
बुधवार को बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबोर्न ने इस्लामाबाद में क्लाइमेट एंड नॉलेज डेवलपमेंट नेटवर्क (CDKN) के साथ काम करते हुए आईएसआई से संबंध बनाए। उन्होंने कहा कि एलिजाबेथ कोलबोर्न ने अली तौकीर शेख के तहत काम किया था, जो पाकिस्तान के योजना आयोग के पूर्व सलाहकार हैं।
यह बेहद गंभीर बात हैः बीजेपी
भाटिया ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “यह बहुत परेशान करने वाली और गंभीर बात है कि विपक्ष के उपनेता गौरव गोगोई और उनकी पत्नी का पाकिस्तान और ISI से संबंध है।” उन्होंने आगे कहा, “मैं जिम्मेदारी से यह कह रहा हूं कि गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबोर्न का पाकिस्तान योजना आयोग के सलाहकार तौकीर शेख से संबंध है। यह एक गंभीर मुद्दा है, जो देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करता है, इसलिए हम राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से कह रहे हैं कि गौरव गोगोई को अपनी पत्नी के ISI और पाकिस्तान से संबंधों का स्पष्ट विवरण देना चाहिए… क्यों एलिजाबेथ कोलबोर्न पाकिस्तानी ISI एजेंटों के साथ काम कर रही हैं?”
मेरी पत्नी ISI एजेंट हैं, तो मैं रॉ एजेंट हूं
गोगोई ने बुधवार को कहा कि अगर उनकी पत्नी को ISI एजेंट के रूप में आरोपित किया जाता है, तो उन्हें भी भारतीय विदेशी खुफिया एजेंसी, रॉ (RAW) का एजेंट माना जा सकता है। गोगोई ने कहा कि अगर मेरी पत्नी ISI एजेंट हैं, तो मैं रॉ एजेंट हूं। मुझे कोई आपत्ति नहीं है अगर मेरे खिलाफ विभिन्न मामले और आरोप लगे हों। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी इसी तरह का आरोप लगाया, हालांकि उन्होंने कोई नाम नहीं लिया। सरमा ने X पर कहा, “ISI के लिंक को लेकर गंभीर सवाल उठते हैं, जो युवा व्यक्तियों को पाकिस्तान दूतावास ले जाकर ब्रेनवाश और चरमपंथी बनाने का काम कर रहे हैं और पिछले 12 वर्षों से भारतीय नागरिकता लेने से इनकार कर रहे हैं।”
असम के मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
गोगोई ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि “असम के मुख्यमंत्री केवल इन आरोपों को ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। यह हास्यास्पद है, बीजेपी के पास कुछ करने के लिए नहीं है। किसी के खिलाफ ज़मीन कब्ज़ाने के मामले सामने आ रहे हैं, एक के बाद एक मानहानि के मामले दर्ज हो रहे हैं। ये बिना किसी तथ्यों के आधार पर लगाए गए आरोप हैं। यह उनकी कमजोरी को दर्शाता है और यह साबित करता है कि वे तेज़ी से ज़मीन खो रहे हैं।”
खुद को बचा रहे है….
उन्होंने यह भी कहा, “जो लोग ऐसे आरोप लगाते हैं, उन्हें देखना चाहिए कि उनका परिवार ज़मीन कब्ज़ाने के मामलों का सामना कर रहा है और वे रिज़ॉर्ट बनाने की बहस में लगे हुए हैं। असम के मुख्यमंत्री को इस बात की चिंता है कि नया बीजेपी अध्यक्ष दिलीप सैकी अगले दो-तीन महीनों में मुख्यमंत्री बन जाएंगे। नई दिल्ली में बीजेपी नेतृत्व को सरमा परिवार के ज़मीन मामलों के बारे में पता है और वह डर रहे हैं कि उन्हें बदल दिया जाएगा। यह खुद को बचाने की साजिश है।”