रांची/Cabinet Expansion: मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन अपने कैबिनेट का विस्तार करने वाले हैं। इसको लेकर सारी कवायद पूरी हो चुकी है। इसको चंद दिनों के भीतर अमली जामा पहना दिया जाएगा। वैसे शुक्रवार को मंत्रिमंडल विस्तार होने की चर्चा जोरों पर है। अब सवाल है कि किसका किसका पत्ता कटने वाला है और किसको किसको मंत्री बनाया जा सकता है।
Cabinet Expansion: चंपाई समेत वर्तमान में हैं 10 मंत्री
बता दें कि वर्तमान में चंपाई सोरेन कैबिनेट में सीएम समेत कुल 10 मंत्री हैं। इनमें झामुमो कोटे से सीएम के अलावा पांच मंत्री हैं। जबकि कांग्रेस कोटे से तीन और राजद कोटा से एक मंत्री हैं। विधानसभा सदस्यों की संख्या के लिहाज से झारखंड में सीएम के अलावा कैबिनेट में 11 मंत्रियों की जगह होती है। कांग्रेस विधायक आलमगीर आलम के इस्तीफे के बाद कांग्रेस कोटे से एक विधायक को मंत्री बनाया जाना है।
Cabinet Expansion: इरफान लेंगे आलमगीर की जगह
वहीं अल्पसंख्यक वर्ग को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस कोटे से आलमगीर आलम की जगह जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी को जगह मिलना तय हो चुका है। हालांकि चर्चा यह भी है कि कांग्रेस अपने कोटे से एक से दो मंत्रियों को हटाकर नये विधायकों को जगह देने की तैयारी कर रही है। इसमें एक नाम पहले से ही चर्चा में है। वह है बादल पत्रलेख।
Cabinet Expansion: सामने आ सकते हैं चौंकानेवाले नाम
मंत्रिमंडल विस्तार होने की स्थिति में एक और चौंकाने वाला नाम सामने आ सकता है। अब सवाल है कि दो मंत्रियों को हटाकर किन दो विधायकों को जगह दी जा सकती है। इसमें दीपिका पांडेय सिंह के अलावा आदिवासी कोटे से भी एक विधायक का खाता खुल सकता है। साथ ही इस मसले पर हेमंत सोरेन और कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर के बीच 25 जून को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में विस्तार से चर्चा हो चुकी है।
Cabinet Expansion: डिप्टी सीएम के लिए बसंत सोरेन चर्चा में
हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद चंपई सोरेन अब मुख्यमंत्री बन चुके हैं। ऐसे में उनकी जगह पर बसंत सोरेन डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ले सकते हैं। 12वें मंत्री के तौर पर सीता सोरेन का नाम भी चर्चा में है और वह भी शपथ लेते हुए नजर आ सकती हैं।
Cabinet Expansion: कांग्रेस कोटे से कितने होंगे मंत्री
वहीं कांग्रेस कोटे की बात करें तो यहां भी हाल झामुमो वाला ही नजर आ रहा है। आलमगीर आलम पहले ही मंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। ऐसे में तीन अन्य पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता, रामेश्वर उरांव और बादल पत्रलेख भी शपथ लेते हुए नजर आ सकते हैं। जानकारी के अनुसार पूर्व के तीन मंत्री ही दोबारा रिपीट हो सकते हैं।
Cabinet Expansion: रिस्क लेने के मूड में नहीं कांग्रेस आलाकमान
दरअसल इसके पीछे यह तर्क दिया जा रहा है कि मंत्री पद का चेहरा बदलकर कांग्रेस आलाकमान कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। इससे 2024 के चुनाव में गलत संदेश जा सकता है। वहीं बताया जा रहा है कि नई कैबिनेट में उहापोह की स्थिति से कांग्रेस के वैसे विधायक खास नाराज चल रहे हैं जो मंत्री पद के दावेदार में सबसे आगे दौड़ रहे थे।
Cabinet Expansion: और भी हैं मंत्री पद की रेस में
वहीं शुक्रवार की सुबह से ही पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता, विधायक इरफान अंसारी सुबह से ही सर्किट हाउस में डेरा जमाते नजर आए थे। साथ ही मंत्री पद की रेस में कांग्रेस विधायक अनूप सिंह, दीपिका पांडेय सिंह, अंबा प्रसाद आगे चल रहे थे। हालाकी जैसे-जैसे तस्वीर साफ होती गई विरोध के स्वर भी फूटने लगे। वहीं हाल ये था कि 15 फरवरी की शाम से देर रात तक कांग्रेस विधायकों का जुटान सर्किट हाउस में लग रहा।
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