पटना : बिहार में आगामी विधानमंडल के बजट सत्र से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट में विस्तार की तैयारी तेज हो गई है। 28 फरवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र के पहले राज्य सरकार में नए मंत्रियों के शामिल होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, इस संबंध में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच हाल ही में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसमें कैबिनेट विस्तार को लेकर सहमति बनी थी।
कैबिनेट में शामिल होने वाले 5 नए मंत्री
सूत्रों के अनुसार, बिहार कैबिनेट में कुल 5 नए मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है। इनमें से 3 मंत्री बीजेपी के कोटे से और 2 मंत्री जेडीयू के कोटे से हो सकते हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की जगह नए चेहरे को कैबिनेट में जगह मिलने की संभावना जताई जा रही है। वहीं, बीजेपी कोटे से तीन और जेडीयू से दो नए मंत्री नियुक्त किए जा सकते हैं।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बिहार बीजेपी के प्रभारी विनोद तावडे़ सोमवार को दिल्ली रवाना होने वाले हैं, जहां वे केंद्रीय नेतृत्व को संभावित मंत्रियों की सूची सौंपेंगे। इस सूची को केंद्रीय नेतृत्व से स्वीकृति मिलने के बाद ही कैबिनेट विस्तार की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए विस्तार
बीजेपी और जेडीयू दोनों पार्टियों के लिए यह कैबिनेट विस्तार महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसका उद्देश्य विधानसभा चुनाव से पहले जातीय समीकरण को संतुलित करना है। कैबिनेट विस्तार में हर वर्ग को उचित प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की जा रही है। इस बार इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि राज्य के विभिन्न समाजों को समान रूप से मंत्रिमंडल में जगह मिले।
इसके पहले भी कई बार कैबिनेट विस्तार की चर्चा हुई थी, लेकिन राजनीतिक गतिरोध के कारण विस्तार नहीं हो पाया था। अब सूत्रों के अनुसार, यदि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से सहमति मिलती है, तो 28 फरवरी को कैबिनेट विस्तार का एलान किया जा सकता है।
जेडीयू से कौन होंगे नए मंत्री
कैबिनेट विस्तार में जेडीयू से कौन से चेहरे शामिल होंगे, यह फिलहाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फैसले पर निर्भर करेगा। हालांकि, एक बात साफ है कि जेडीयू से नए चेहरों की उम्मीद की जा रही है। वर्तमान में, जेडीयू के पास कई मंत्रालय हैं और इस विस्तार के बाद कुछ मंत्रालयों का पुनर्विभाजन भी हो सकता है। उदाहरण के लिए, डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के पास 3 विभाग हैं, जबकि मंत्री मंगल पांडे और नीतीश मिश्रा के पास 2-2 विभाग हैं। अगर सभी मंत्रियों को एक-एक विभाग देने का निर्णय लिया जाता है तो कुछ विभागों को पुनः अन्य मंत्रियों के पास ट्रांसफर किया जा सकता है।
दिलीप जायसवाल को मिल सकता है मौका
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की कैबिनेट से बाहर होने की संभावना जताई जा रही है। उनका स्थान किसी अन्य बीजेपी नेता को मिल सकता है। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने अपनी तरफ से संभावित मंत्रियों के नाम की सूची फाइनल कर दी है, जो अब नीतीश कुमार के पास भेजी जाएगी। इस पर आखिरी निर्णय केंद्रीय नेतृत्व ही करेगा।
वर्तमान कैबिनेट की स्थिति
बिहार की वर्तमान कैबिनेट में कुल 30 मंत्री हैं, जबकि 6 मंत्री पद अभी खाली हैं। इस समय बीजेपी से 15, जेडीयू से 13, HAM से 1 और 1 निर्दलीय मंत्री हैं। इसके अलावा, बिहार की एनडीए सरकार में सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा बीजेपी कोटे से डिप्टी सीएम हैं। अब कैबिनेट विस्तार के बाद इन खाली पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
बजट सत्र की शुरुआत और वित्तीय योजनाएं
28 फरवरी से शुरू होने वाला बिहार का बजट सत्र महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इस दौरान राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2025-26 का वार्षिक बजट प्रस्तुत करेगी। इस सत्र में आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश किया जाएगा, जो राज्य की वित्तीय स्थिति का ब्योरा देगा। इस सत्र के दौरान कैबिनेट विस्तार की प्रक्रिया के साथ ही राज्य सरकार के विकास कार्यों और योजनाओं पर भी चर्चा हो सकती है।