जमशेदपुर : फ्रांस के कान्स फिल्म फेस्टिवल 2025 में झारखंड की एक लोककथा पर आधारित संथाली फिल्म ‘सुंडी : रॉबिनहुड ऑफ संताल्स’ का पोस्टर लॉन्च किया गया। यह फिल्म पूर्वी सिंहभूम जिले की एक सच्ची घटना पर आधारित है और संथाली समाज की संस्कृति, संघर्ष और साहस को वैश्विक मंच पर पेश करती है।
वैश्विक मंच पर झारखंडी फिल्म की धमाकेदार एंट्री
पूर्वी सिंहभूम जिले के धालभूमगढ़ क्षेत्र के सुंडीसोल गांव के निवासी और FTII पुणे से पढ़े फिल्म निर्माता कृष्णा सोरेन ने 78वें वार्षिक Cannes Film Festival (13 से 24 मई 2025) में इस फिल्म का पोस्टर जारी किया। 18 मई को हुए इस पोस्टर लॉन्च के बाद झारखंड की माटी की कहानी को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली है।
किस पर आधारित है फिल्म ‘सुंडी’
फिल्म के निर्माता कृष्णा सोरेन ने बताया कि यह फिल्म एक ऐसे संथाली युवक की कहानी है, जो अन्याय और अत्याचार के खिलाफ अकेला खड़ा होता है। सुंडी गरीबों, असहायों और जरूरतमंदों की मदद करता है और समाज में बदलाव लाने की प्रेरणा बनता है। फिल्म की कहानी साहस, बलिदान और समुदाय की एकजुटता को बयां करती है।
कहां होगी फिल्म की शूटिंग
‘सुंडी : रॉबिनहुड ऑफ संथाल्स’ की शूटिंग झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत घाटशिला, धालभूमगढ़, सोनाखून और जमशेदपुर के आसपास के इलाकों में की जाएगी। फिल्म को संथाली और हिंदी भाषा में बनाया जा रहा है, ताकि इसकी पहुंच व्यापक दर्शकों तक हो सके।
टीम और निर्माण
इस फिल्म की कहानी कृष्णा सोरेन और रवि राज मुर्मू ने मिलकर लिखी है। निर्देशन की कमान कृष्णा सोरेन खुद संभाल रहे हैं, जबकि सह-निर्देशक की भूमिका में रवि राज मुर्मू होंगे।
फिल्म का निर्माण Dalma Motion Pictures Pvt. Ltd., Safed Haathi Motion Pictures और Sawnta Studio LLP के बैनर तले किया जा रहा है।
झारखंड में फिल्म निर्माण को मिलना चाहिए बढ़ावा
कृष्णा सोरेन ने झारखंड सरकार से अपील की है कि वह जनजातीय भाषाओं की फिल्मों को वित्तीय सहायता प्रदान करे। उन्होंने कहा कि झारखंड की प्राकृतिक सुंदरता—जैसे ऊंचे पहाड़, झरने, नदियां और हरियाली—फिल्मों के लिए आदर्श लोकेशन हैं। यहां भी बॉलीवुड जैसी बड़ी बजट की फिल्में बननी चाहिए।