चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले में नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी के खिलाफ चलाए जा रहे संयुक्त ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। चाईबासा पुलिस, झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ-60 बटालियन एवं एसएसबी की संयुक्त टीम ने टोकलो थाना क्षेत्र और सरायकेला जिले के दलभंगा ओपी के सीमावर्ती जंगल व पहाड़ी क्षेत्रों में तलाशी अभियान के दौरान नक्सलियों द्वारा पूर्व से लगाए गए करीब 30 आईईडी (प्रत्येक का वजन करीब 2-2 किलोग्राम) बरामद किए गए हैं।
इन विस्फोटकों को सुरक्षा बलों की तत्परता से मौके पर ही बम निरोधक दस्ते की मदद से निष्क्रिय कर दिया गया, जिससे एक बड़े हादसे को टाल दिया गया। यह अभियान 4 जुलाई को गुप्त सूचना के आधार पर चलाया गया था, जिसमें नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की फिर एक बड़ी साजिश को नाकाम किया गया।
इन नक्सलियों का खिलाफ चल रहा अभियान
पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन को मिली गुप्त सूचना के बाद यह ऑपरेशन शुरू किया गया। जांच में सामने आया है कि माओवादी नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछू, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, पिंटु लोहार समेत अन्य सक्रिय नक्सली कोल्हान क्षेत्र में लगातार विध्वंसक गतिविधियों की योजना बना रहे हैं। नक्सलियों की बढती गतिविधि को देखते हुए सुरक्षाबलों ने भी उनके खिलाफ अब अभियान और तेज कर दिया है। इस अभियान में चाईबासा पुलिस, झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ 60 बटालियन, एसएसबी और सरायकेला पुलिस भी शामिल रही।
राज्य में 90 प्रतिशत तक खत्म हो चुके नक्सली
झारखंड पुलिस ने पिछले 10 दिनों में नक्सलियों के खिलाफ कई बड़े अभियान चलाए हैं।इनमें हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया है। 18000 डेकोरेटर बरामद कर लगातार सफलता मिला। पुलिस का दावा है कि झारखंड में 90 प्रतिशत तक नक्सली खत्म हो चुके हैं। आने वाले 25 दिनों में राज्य को नक्सल मुक्त करने का लक्ष्य है।
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