रांची : झारखंड में 26 नवंबर से मौसम में महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक उत्तर भारत में हो रही बर्फबारी और ठंडी हवाओं के प्रभाव से राज्य में सुबह के समय धुंध का सामना करना पड़ सकता है, जबकि दिन में आंशिक बादल छाए रहेंगे। इसके अलावा रात के समय ठंड बढ़ने और कनकनी का असर भी महसूस हो सकता है। मौसम के इस बदलाव के कारण लोगों को अतिरिक्त ठंड का सामना करना पड़ सकता है, जो विशेष रूप से राज्य के पहाड़ी इलाकों में महसूस होगा।
कांके में गिरा न्यूनतम तापमान
रांची में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि गुरुवार को यह 12.2 डिग्री सेल्सियस था, जो कि 2.2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्शाता है। इसके विपरीत, कांके का न्यूनतम तापमान फिर से पांच डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जिसमें गुरुवार के मुकाबले 1.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई। इस गिरावट से यह संकेत मिलता है कि कांके और आसपास के क्षेत्रों में ठंड का असर और बढ़ सकता है।
ठंड के असर से प्रभावित हो सकता है जनजीवन
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आगामी दिनों में ठंड और कोहरे का दायरा बढ़ सकता है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है। खासकर सुबह और रात के समय धुंध के कारण वाहन चालकों को मुश्किलों का सामना हो सकता है। कोहरे और ठंड के असर से रात्रि के तापमान में और भी गिरावट आने की संभावना है, जो दिन के समय भी हल्की ठंडक को बढ़ा सकती है।
गौरतलब है कि, गुरुवार को राज्य के अन्य हिस्सों का तापमान काफी घटा हुआ था। जमशेदपुर का न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस था, जबकि मेदिनीनगर का न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इस बदलाव के कारण झारखंड के विभिन्न हिस्सों में ठंड का असर तेजी से बढ़ने की संभावना है।
ठंड से राहत के लिए क्या करें
राज्य में मौसम के इस बदलाव के बाद नागरिकों को ठंड से बचने के लिए कई सावधानियां बरतनी चाहिए। खासकर सर्दी के मौसम में जरा सी लापरवाही से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए गर्म कपड़े पहनना, ठंडी हवा से बचने के लिए घर के अंदर रहना और सुबह के समय यातायात में सावधानी बरतना महत्वपूर्ण होगा।
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