रांची : राजधानी समेत झारखंड के विभिन्न इलाकों में पिछले 24 घंटे के दौरान मौसम अपेक्षाकृत शुष्क रहा। दिनभर आंशिक बादल छाए रहने के कारण कड़ी धूप से कुछ राहत मिली, लेकिन तापमान में बढ़ोतरी के कारण शाम और रात में हल्की गर्मी का अहसास हुआ। अब, मौसम के बदले मिजाज के साथ राज्य में बुधवार को मौसम पूरी तरह पलटने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बुधवार को झारखंड के कुछ जिलों में बारिश और वज्रपात होने के आसार हैं। इसको ध्यान में रखते हुए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। बारिश के कारण दिन के अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट होने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन रात के समय न्यूनतम तापमान में वृद्धि हो सकती है, जिससे रात में हल्की गर्मी महसूस हो सकती है।
इन जिलों में होगी बारिश और वज्रपात
मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य के दक्षिणी जिलों जैसे सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी और पूर्वी सिंहभूम, खूंटी और सिमडेगा में भारी बारिश की संभावना है। यहां तक कि 50 मिमी तक बारिश हो सकती है। विभाग ने सभी नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। खासकर वज्रपात के दौरान वाहन चलाने से बचने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई है।
गुमला में रिकॉर्ड ठंड, सरायकेला में बढ़ता तापमान
पिछले 24 घंटों में सबसे गर्म जिले के रूप में सरायकेला-खरसावां सामने आया, जहां तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं, राज्य का सबसे ठंडा जिला गुमला रहा, जहां न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री दर्ज किया गया। तापमान में अंतर यह दर्शाता है कि झारखंड के विभिन्न हिस्सों में मौसम में बहुत भिन्नता है और स्थानीय प्रभाव के आधार पर तापमान में बदलाव हो सकता है।
संभावित तापमान का अनुमान
देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज : अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम 14 डिग्री रहेगा।
कोडरमा, चतरा, गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा, पलामू : अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम 14 डिग्री के आस-पास रहेगा।
बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, खूंटी, गुमला : अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्यूनतम 14 डिग्री के आस-पास रह सकता है।
पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, सिमडेगा : यहां अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम 15 डिग्री रहने की संभावना है।
मौसम में अचानक बदलाव का अलर्ट
आज मौसम के अचानक पलटने का अनुमान है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण बारिश और वज्रपात की गतिविधियां राज्य के कई हिस्सों में तेज हो सकती हैं। यह स्थिति विशेष रूप से दक्षिणी जिलों में अधिक प्रभावी रहेगी। विभाग की ओर से जारी येलो अलर्ट को गंभीरता से लेते हुए सभी नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की गई है। खासकर वज्रपात के दौरान घर से बाहर निकलते वक्त अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है।