नई दिल्ली: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई) पर खराब मौसम और रनवे 10/28 के मरम्मत कार्य के लिए बंद होने से 28 और 29 अप्रैल 2025 को उड़ान संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) और सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार, इन दो दिनों में 400 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित हुईं, जिनमें देरी, डायवर्शन और रद्दीकरण शामिल हैं।
प्रभावित उड़ानों का विवरण
28 और 29 अप्रैल को पूर्वी हवाओं और धुंधले मौसम ने उड़ान संचालन को मुश्किल बनाया। डायल के मुताबिक, सामान्यतः प्रति घंटे 42 विमानों का आगमन होता है, लेकिन पूर्वी हवाओं के कारण यह क्षमता घटकर 32 रह गई। इन दो दिनों में अनुमानित 350-400 उड़ानें देरी से चलीं, जिनमें 60% घरेलू (लगभग 210-240) और 40% अंतरराष्ट्रीय (लगभग 140-160) थीं। करीब 30 उड़ानें डायवर्ट की गईं, जिनमें 20 घरेलू (जयपुर, लखनऊ, देहरादून) और 10 अंतरराष्ट्रीय (दुबई, लंदन) थीं। इसके अलावा, 15-20 उड़ानें रद्द हुईं, जिनमें 12 घरेलू और 8 अंतरराष्ट्रीय थीं।
मौसम और रनवे की समस्या
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 28-29 अप्रैल के लिए दिल्ली में तेज हवाओं और धुंध की चेतावनी दी थी। रनवे 10/28, जो 8 अप्रैल से इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) अपग्रेड के लिए बंद है, जुलाई 2025 तक चालू नहीं होगा। इससे हवाई यातायात की क्षमता 45 से घटकर 31 विमानों प्रति घंटे रह गई। सोशल मीडिया पर यात्रियों ने नाराजगी जताई। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपनी फ्लाइट के जयपुर डायवर्ट होने की शिकायत की।
पाकिस्तान का एयरस्पेस बंद होना
पाकिस्तान द्वारा भारतीय उड़ानों के लिए एयरस्पेस बंद करने से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को लंबे रास्ते अपनाने पड़े, जिससे 40 मिनट तक की देरी और ईंधन लागत बढ़ी। इंडिगो ने अलमाटी और ताशकंद की उड़ानें 27 अप्रैल से 7 मई तक रद्द कर दीं। इस दौरान यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अव्यवस्था और सूचना की कमी की शिकायत करते हुए अपना गुस्सा जाहिर किया है। डायल ने एडवाइजरी जारी करते हुए यात्रियों को अपने अपने एयरलाइन से ताजा जानकारी लेने की सलाह दी। इधर डीजीसीए ने एयरलाइंस को खानपान और समय पर सूचना देने के निर्देश दिए।
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