Ranchi: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पांच दिनों की दिल्ली यात्रा के बाद बुधवार शाम रांची लौट आए। वे अपनी विधायक पत्नी कल्पना सोरेन के साथ चार्टर्ड विमान से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचे। सीएम का यह दौरा आधिकारिक रूप से निजी बताया गया है। अब मुख्यमंत्री चार दिसंबर को विधानसभा सत्र की तैयारियों को लेकर स्पीकर द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा लेंगे। इसके अतिरिक्त झामुमो विधायक दल की बैठक भी प्रस्तावित है।
इधर, मुख्यमंत्री के दिल्ली प्रवास के दौरान झारखंड की राजनीति में हलचल तेज हो गई। सोशल मीडिया पर यह चर्चा जोर पकड़ गई कि झामुमो भाजपा के साथ नए राजनीतिक समीकरण तलाश रहा है। इन कयासों पर बुधवार को दिनभर नेताओं की प्रतिक्रियाएं आती रहीं।
महागठबंधन सरकार मजबूत और कहीं कोई संकट नहीं है : झामुमो
झामुमो महासचिव मिथिलेश ठाकुर ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि यह भाजपा का पुराना शिगूफा है। उन्होंने कहा कि 56 विधायकों वाली महागठबंधन सरकार मजबूत है और कहीं कोई संकट नहीं है। मंत्री दीपक बिरूआ ने सोशल मीडिया पर लिखा—“झारखंड झुकेगा नहीं।” वहीं झामुमो प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि घाटशिला उपचुनाव में पराजय के बाद भाजपा सरेंडर मोड में है और हर दिन नए शिगूफे छोड़ रही है।
शह-मात का खेल खेलने की कोशिश कर रही भाजपा : कांग्रेस विधायक
कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि भाजपा झारखंड में शह–मात का खेल खेलने की कोशिश कर रही है, लेकिन यहां की राजनीति भावनाओं पर चलती है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज कभी भाजपा के साथ नहीं जाएगा। कच्छप ने ईडी की कार्रवाई का उल्लेख करते हुए कहा कि विपक्ष पहले भी इस रास्ते पर असफल हो चुका है।
नाकामियों का दोष भाजपा पर मढ़ने की कोशिश : पाठक
उधर भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि ठगबंधन सरकार अपनी नाकामियों का दोष भाजपा पर मढ़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर जनता को गुमराह कर रही है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से दिल्ली दौरे या इन चल रही चर्चाओं पर किसी प्रकार की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

