नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने सोमवार (11 फरवरी) को दो महत्वपूर्ण संगठनात्मक बदलाव किए हैं। पार्टी ने मध्य प्रदेश के झाबुआ विधायक और पूर्व मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया को आदिवासी कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरणदास को ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) का अध्यक्ष बनाया गया है। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दोनों नेताओं को नियुक्ति पत्र जारी किया और उन्हें तत्काल प्रभाव से अपने नए दायित्व संभालने का निर्देश दिया है।
विक्रांत भूरिया का राजनीतिक करियर और योगदान
विक्रांत भूरिया झाबुआ जिले से विधायक हैं और मध्य प्रदेश कांग्रेस के एक प्रमुख नेता माने जाते हैं। वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया के पुत्र हैं, जो स्वयं मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। विक्रांत भूरिया का नाम आदिवासी समाज में खासा प्रसिद्ध है, क्योंकि वे हमेशा इस समुदाय के उत्थान और उनके हक के लिए आवाज उठाते रहे हैं।
वह पेशे से चिकित्सक हैं और महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (MGM), इंदौर से एमबीबीएस और एमएस की पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा और मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाई। उनका नेतृत्व मध्य प्रदेश के युवाओं में लोकप्रिय है, खासकर आदिवासी समुदाय में, जिनके लिए उन्होंने कई योजनाओं और पहलों का समर्थन किया है।
विक्रांत भूरिया की पहचान एक संघर्षशील नेता के रूप में है, जिन्होंने हमेशा अपने समुदाय के हक की लड़ाई लड़ी है। आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति से पार्टी को उम्मीद है कि वे आदिवासी मुद्दों को और मजबूती से उठाएंगे और पार्टी को इस क्षेत्र में मजबूती प्रदान करेंगे।
भक्त चरणदास का राजनीतिक अनुभव और भूमिका
पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरणदास को ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। भक्त चरणदास ओडिशा में कांग्रेस के एक प्रमुख नेता हैं और लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं। वे केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं और उनकी राजनीति में गहरी छाप रही है। ओडिशा में कांग्रेस की स्थिति को मजबूत करने के लिए उनकी नियुक्ति महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इन दोनों नेताओं की नियुक्ति को पार्टी के आगामी चुनावों और संगठनात्मक सुदृढ़ीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम बताया है। वेणुगोपाल ने कहा कि विक्रांत भूरिया और भक्त चरणदास के नेतृत्व से पार्टी को न केवल आदिवासी समुदाय बल्कि ओडिशा में भी मजबूती मिलेगी।
इन नियुक्तियों से कांग्रेस के संगठन को नया ऊर्जा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, और यह निर्णय पार्टी के आदिवासी और क्षेत्रीय नेतृत्व पर जोर देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।


