सीतापुर: दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहे उत्तर प्रदेश के सीतापुर से कांग्रेस सांसद राकेश राठौर को पुलिस ने उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी पुलिस ने कोतवाली नगर क्षेत्र में की, और उन्हें वहां से कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाया गया। गिरफ्तारी के बाद सांसद के समर्थकों की भारी भीड़ कोतवाली परिसर के बाहर जमा हो गई, जिससे कुछ देर के लिए तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई।
गिरफ्तारी और आरोप
सीतापुर के कोतवाली नगर में राकेश राठौर के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ था। एक महिला ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस सांसद ने पिछले चार सालों के दौरान उनका यौन शोषण किया। इस आरोप के बाद पुलिस ने सांसद के खिलाफ जांच शुरू की थी, लेकिन वह फरार हो गए थे। बुधवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने सांसद की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया।
पुलिस का बयान
सीतापुर के एसपी चक्रेश मिश्रा ने बताया कि राकेश राठौर को कोतवाली नगर पुलिस ने उनके आवास से गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए शहर के प्रमुख स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सांसद के समर्थकों द्वारा कोतवाली परिसर के बाहर भारी संख्या में जमा होने के बाद पुलिस ने पूरी सतर्कता बरतते हुए स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखने के प्रयास किए।
एसपी ने यह भी कहा कि पुलिस द्वारा सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है और सांसद को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा। साथ ही, पुलिस सांसद के समर्थकों पर भी निगरानी रखे हुए है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
हाईकोर्ट का फैसला
बुधवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने राकेश राठौर की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान की एकल पीठ ने यह आदेश दिया था। सांसद की ओर से उनके अधिवक्ता ने यह तर्क दिया था कि पीड़िता ने घटना के चार साल बाद मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन कोर्ट ने यह तर्क अस्वीकार कर दिया। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जमानत की याचिका खारिज कर दी।
समर्थकों की प्रतिक्रिया
सांसद की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही उनके समर्थक कोतवाली परिसर में जमा हो गए। कई समर्थकों ने पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया और गिरफ्तारी के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल की तैनाती की और किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने की कोशिश की।
पुलिस की सतर्कता
पुलिस अब पूरी सतर्कता बरतते हुए सांसद के समर्थकों पर नजर रख रही है। शहर में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस ने अपनी तैयारियां और बढ़ा दी हैं, ताकि किसी भी प्रकार की हिंसा या हंगामा की स्थिति उत्पन्न न हो। अधिकारियों का कहना है कि वे पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और किसी भी प्रकार की असामाजिक गतिविधियों से निपटने के लिए हर कदम उठा रहे हैं।