सेंट्रल डेस्क: Dattatreya Hosabale: नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय प्रतिनिधि सभा का समापन आज यानि रविवार 17 मार्च को हो गया। प्रतिनिधि सभा के अंतिम दिन दत्तात्रेय होसबाले एक बार फिर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह चुन लिए गए हैं। आपको बता दें कि होसबाले लगातार दूसरी बार इस पद के लिए चुने गए हैं।
Dattatreya Hosabale तीन वर्षों तक बने रहेंगे सरकार्यवाह
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की इस प्रतिनिधि सभा का आयोजन संघ के मुख्यालय नागपुर के रेशिमबाग स्थित संघ कार्यालय परिसर में किया गया। अंतिम दिन रविवार को सर्वसम्मति से दत्तात्रेय होसबाले का चुनाव सरकार्यवाह पद के लिए किया गया है। अब होसबाले अगले तीन वर्षों तक इस पद पर बने रहेंगे।
2021 में बेंगलुरु में हुई प्रतिनिधि सभा में भी चुने गए थे
इससे पहले RSS की प्रतिनिधि सभा की बैठक का आयोजन 2021 में बेंगलुरु में किया गया था। उस प्रतिनिधि सभा की बैठक में पहली बार दत्तात्रेय होसबोले को इस पद के लिए चुना गया था। उनसे पहले भय्याजी जोशी ने चार कार्यकाल के लिए 2009 से 2021 तक सरकार्यवाह का पद संभाला था। उनके पहले मोहन भागवत वर्ष 2000 से 2009 तक सरकार्यवाह थे। मोहन भागवत वर्तमान में आरएसएस के सरसंघचालक हैं।
Dattatreya Hosabale कौन हैं
दत्तात्रेय होसबाले मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले हैं। 68 वर्षीय Dattatreya Hosabale लंबे समय तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रह चुके हैं। अभाविप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालने के बाद दत्तात्रेय होसबोले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बौद्धिक प्रमुख बने थे। फिर उन्हें संघ में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई और उन्हें सह सरकार्यवाह का दायित्व मिला।
लखनऊ से संभालेंगे जिम्मेदारी, टीम में ये भी हैं शामिल
वर्तमान में Dattatreya Hosabale केंद्र लखनऊ है। वे लखनऊ से ही अपना कार्य दायित्व संभाल रहे हैं। लखनऊ से ही पूरे देश में प्रवास के लिए निकलते हैं और संघ की जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हैं। उनकी टीम में अभी पांच लोग हैं जिन्हें सह कार्यवाह कहा जाता है। ये हैं सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य, डाक्टर कृष्ण गोपाल, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर और मुकुंद सीआर। वहीं इस टीम का सहयोग करने के लिए कुछ अखिल भारतीय पदाधिकारी भी हैं। ज्ञात हो कि नागपुर में प्रतिनिधि सभा का उद्घाटन तीन दिन पूर्व आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने किया था।

