नई दिल्ली : आउटर नॉर्थ दिल्ली के बवाना में 17 वर्षीय नाबालिग लड़की द्वारा तीसरी मंजिल से कूदकर जान दिए जाने का कारण उसके पड़ोसी द्वारा प्रताड़ित किया जाना था। आरोपी नाबालिग से दुष्कर्म करने के बाद लगातार उसे चेहरे पर तेजाब फेंकने की धमकियां दे रहा था। बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली रेशमा खातून (परिवर्तित नाम) अपने परिवार के साथ बवाना में रहती थी। उसके तीसरी मंजिल से छलांग लगाने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
रेशमा की बहन यास्मीन (परिवर्तित नाम) ने बताया कि पड़ोस में रहने वाला पिंकू, जो मुजफ्फरपुर का ही रहने वाला था, उसने रेशमा को बहला-फुसलाकर पहले उसके साथ दुष्कर्म किया था। जब नाबालिग ने उससे दूरी बनानी शुरू की तो वह लगातार चेहरे पर तेजाब फेंकने और हत्या की धमकी देने लगा था। रेशमा के परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण परिवार ने पहले पुलिस में शिकायत नहीं की, लेकिन बहन यास्मीन को उसने अपनी आपबीती सुनाई थी। आरोपी रास्ते में भी रेशमा को परेशान करता था, जिससे वह मानसिक रूप से टूट चुकी थी।
उसकी मौत के पांच दिन बाद पुलिस को बहन ने दी शिकायत
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बवाना पुलिस ने घटना के पांच दिनों बाद मिली शिकायत पर बुधवार को दुष्कर्म, पोक्सो एक्ट और आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी स्थानीय फैक्ट्री में काम करता है और उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है। एक पुलिस टीम बिहार भी भेजी गई है। साथ ही पुलिस ने पुलिस ने परिवार को सुरक्षा का आश्वासन दिया है और जल्द गिरफ्तारी का दावा किया है।
दूसरी ओर से इस घटना ने बवाना में गहरा आक्रोश पैदा किया है। स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं। सोशल मीडिया पर हैसटैग जस्टिसफोरबवानाविक्टम नाम से कार्रवाई की मांग शुरू कर दी गई है।