नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली पुलिस की सांगम विहार थाना टीम ने मोटरसाइकिल चोरी के मामलों में शामिल दो नाबालिग वाहन चोर को राजस्थान से पकडा है। इस कार्रवाई में 11 चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की गईं है।डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि सांगम विहार थाने की पुलिस टीम ने चोरी और लूटपाट की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए गहन रणनीति तैयार की थी। इस दौरान पुलिस ने क्षेत्र में हाल की चोरी की घटनाओं पर ध्यान केंद्रित किया और गहन गश्त शुरू की।
टीम ने अपराध स्थलों का दौरा किया, सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए और उनका गहन विश्लेषण किया। डेटा एनालिटिक्स और तकनीकी उपकरणों की मदद से पांच संदिग्धों की पहचान की गई, जो विभिन्न क्षेत्रों में चोरी की घटनाओं में शामिल थे।पुलिस ने संदिग्धों की तस्वीरें तकनीकी उपकरणों के माध्यम से विकसित कीं और उनकी पहचान के लिए पुलिस नेटवर्क में साझा किया। जेल से रिहा हुए अपराधियों और उभरते अपराधियों के डोजियर से संदिग्धों की जानकारी का मिलान किया गया। इसके साथ ही, मैनुअल सूचना नेटवर्क और तकनीकी निगरानी को भी तेज किया गया।
जांच के दौरान सफल नहीं मिलने पर पुलिस ने उल्टा रास्ता अपनाया और एक घर तक पहुंची, जहां मालिक ने सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे संदिग्धों की पहचान की। स्थानीय और मैनुअल खुफिया जानकारी के आधार पर, दोनों संदिग्ध जो नाबालिग थे का ठिकाना राजस्थान में पाया गया।पुलिस ने राजस्थान में छापेमारी की और दोनो नाबालिग अपराधियों को पकड़ लिया है।
उनकी निशानदेही पर उनके गांव से 11 चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की गईं। पूछताछ में उन्होंने सांगम विहार, साकेत, सरिता विहार और सनलाइट कॉलोनी जैसे क्षेत्रों में कई मोटरसाइकिल चोरी की वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की। उन्होंने बताया कि उनका एक साथी मोटरसाइकिल का ताला तोड़ चुराकर उसे राजस्थान ले जाकर बेच देते थे। पुलिस अन्य सहयोगियों और चोरी की संपत्ति के खरीदारों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है।