नई दिल्ली : बाहरी दिल्ली के नांगलोई इलाके में 9 जून को सुबह 7:12 बजे कमरुद्दीन नगर के दीपांशु पब्लिक स्कूल के पास एक दुखद हादसा हुआ। एक जर्जर दो मंजिला इमारत की पहली मंजिल की बालकनी और ग्राउंड फ्लोर की छत अचानक ढह गई। इस हादसे में 8 वर्षीय मासूम वंश की मौत हो गई, जबकि 45 वर्षीय सबीर गंभीर रूप से घायल हो गया। दिल्ली फायर सर्विस (डीएफएस) के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि सूचना मिलते ही चार दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और सुबह 9:50 बजे तक स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया।

घायल सबीर को मौके पर प्राथमिक उपचार के बाद नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। वहीं, वंश को संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया, जहां सीएमओ डॉ. आशीष ने उसे मृत घोषित कर दिया। जांच में पता चला कि वंश और सबीर एक किराए के मकान में रह रहे थे, जो 3 दशक पुराना और जर्जर हालत में था। स्थानीय लोगों ने बताया कि इमारत की दीवारों में दरारें थीं, और मालिक ने रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया। घटना के समय वंश और सबीर घटना के समय बालकनी के नीचे खड़े थे, उसी समय बलकनी में लगा लोहे का गार्टर जो खराब हो चुका वह टूट गया और मलबा उन पर आ गिरा।
एक सप्ताह पहले ही दिल्ली आया था बच्चा वंश के पिता वीरपाल ने बताया कि वह मूल रूप से पीलीभीत के रहने वाले हैं। उनका परिवार वहीं रहता है और वह दिल्ली में किसी निजी कंपनी में काम करते हैं। गर्मियों की छु्ट्टी में उनका बेटा वंश एक सप्ताह पहले ही उनके पास आया था। दिल्ली पुलिस ने इमारत के मालिक तरुण यादव और ठेकेदार के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया है।
क्राइम और फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीमें मौके पर पहुंचकर सबूत जुटा रही हैं। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने इमारत की सुरक्षा स्थिति की जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में इमारत के निर्माण में खराब सामग्री और पुराने ढांचे की अनदेखी सामने आई है।
दिल्ली में हाल की चार बड़ी इमारत ढहने की घटनाएं:
19 अप्रैल, शक्ति विहार, मुस्तफाबाद: चार मंजिला इमारत ढही, 11 लोगों की मौत।
17 मई, पहाड़गंज: निर्माणाधीन दीवार गिरी, 3 लोगों की मौत।
4 जून, रोहिणी सेक्टर-7: जर्जर इमारत ढही, कोई मौत नहीं, 2 घायल।
18 सितंबर, करोल बाग, बापा नगर: पांच मंजिला इमारत ढही, 4 लोगों की मौत।