नई दिल्ली : डेटिंग ऐप और सोशल मीडिया के जरिए महिलाओं को अपने जाल में फंसाकर ठगी करने वाले एक एमटेक कर रहे साइबर अपराधी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी अंकित सिंह, जो उत्तराखंड का रहने वाला है और कंप्यूटर साइंस में एम.टेक कर चुका है, खुद को आईजीआई एयरपोर्ट का इमिग्रेशन ऑफिसर बताकर महिलाओं को भरोसे में लेता था और फिर उनसे लाखों रुपये ऐंठ लेता था। पुलिस जांच में सामने आया है कि उसने अब तक 410 महिलाओं को निशाना बनाया और 6 महीने में 38 लाख रुपये का लेनदेन किया है।
डेटिंग ऐप से दोस्ती, फिर ठगी का खेल
डीसीपी पश्चिम विचित्र वीर के अनुसार, साइबर थाना में दर्ज एक शिकायत की जांच के दौरान इस ठगी का खुलासा हुआ। पुलिस टीम ने जब आरोपी के मोबाइल और बैंक अकाउंट की जांच की तो 410 व्हाट्सएप चैटिंग रिकॉर्ड मिले, जिनमें वह अलग-अलग महिलाओं से बातचीत करता था। आरोपी खासकर उन महिलाओं को निशाना बनाता था जो वैवाहिक विवाद से गुजर रही थीं। पहले दोस्ती करता, फिर भावनात्मक रूप से जोड़कर उनसे पैसे ऐंठता था।
एक पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराई कि आरोपी से उसकी मुलाकात दिसंबर में हुई थी। बातचीत बढ़ने पर उसने खुद को एयरपोर्ट इमिग्रेशन ऑफिसर बताया और धीरे-धीरे महिला का भरोसा जीत लिया। पीड़िता ने 9.50 लाख रुपये आरोपी के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। जब महिला ने पैसे वापस मांगे तो वह बहाने बनाने लगा। संदेह होने पर महिला ने साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई।
हरिद्वार से गिरफ्तार, मोबाइल में मिला बड़ा सबूत
एसीपी ऑपरेशन अरविंद कुमार के नेतृत्व में साइबर थाना पुलिस की टीम ने बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर की मदद से जांच की और आखिरकार हरिद्वार से आरोपी को धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद आरोपी से दो मोबाइल, तीन डेबिट कार्ड और तीन सिम कार्ड बरामद किए गए। जांच में पता चला कि वह चार अलग-अलग मोबाइल नंबर इस्तेमाल कर रहा था और डेटिंग ऐप्स पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर महिलाओं से संपर्क करता था।
कोविड में मां की मौत, पिता भी सड़क हादसे में गंवा चुका है जान
पूछताछ में पता चला कि आरोपी देहरादून से कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री कर चुका है। कोविड के दौरान उसकी मां की मौत हो गई थी और हाल ही में उसके पिता का भी सड़क हादसे में निधन हो गया था। अब वह अपनी बहन के साथ रह रहा था। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल में कई महिलाओं की आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो भी बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी पीड़ित महिलाओं से संपर्क किया जा रहा है, ताकि आरोपी के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जा सके।


