देवघर: झारखंड के देवघर जिले में आयोजित होने वाला राजकीय श्रावणी मेला 11 जुलाई 2025 से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान लाखों श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ धाम में जलार्पण करने पहुंचेंगे। मेला को सफल और व्यवस्थित बनाने के लिए जिला प्रशासन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
प्रसाद व अन्य सामग्रियों की गुणवत्ता पर ध्यान
श्रद्धालुओं की सुविधा और महंगाई पर नियंत्रण को लेकर देवघर उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। खासतौर पर प्रसाद सामग्रियों की गुणवत्ता और दरों को लेकर प्रशासन सतर्क है।
प्रसाद सामग्री की कीमत तय
श्रावणी मेला में बिकने वाले चूड़ा, ईलायची दाना और पेड़ा की दरें तय कर दी गई हैं। साथ ही इनकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के भी आदेश दिए गए हैं। जिला प्रशासन ने दुकानदारों को सख्त निर्देश दिए हैं कि कोई भी व्यापारी निर्धारित दरों से अधिक कीमत नहीं वसूल सकता।
ज्यादा वसूलने पर होगी कार्रवाई
यदि कोई दुकानदार ओवरचार्जिंग करते पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आम श्रद्धालुओं और नागरिकों से अपील की गई है कि अगर उन्हें कहीं अनियमितता या ठगी की सूचना मिले तो तत्काल प्रशासन को सूचित करें।
यह है चूड़ा, पेड़ा और ईलायची दाना की निर्धारित कीमतें
चूड़ा की दरें
• रायपुर चूड़ा : ₹5000 से ₹5500 प्रति क्विंटल (₹80 प्रति किलो)
• वर्द्धमान चूड़ा : ₹4800 से ₹5500 प्रति क्विंटल (₹60 प्रति किलो)
पेड़ा की दरें
• प्रकार-1 : 800 ग्राम खोवा + 200 ग्राम चीनी = ₹400 प्रति किलो
• प्रकार-2 : 700 ग्राम खोवा + 300 ग्राम चीनी = ₹360 प्रति किलो
इलायची दाना की दरें
• ₹5500 से ₹6000 प्रति क्विंटल (₹80 प्रति किलो)
प्रशासन की अपील- अनियमितता की जानकारी तुरंत दें
DC नमन प्रियेश लकड़ा ने साफ तौर पर कहा है कि मेला क्षेत्र में सभी खाद्य सामग्री तयशुदा दरों पर ही बिकेंगी। किसी भी प्रकार की लूट या मुनाफाखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही दुकानदारों को गुणवत्ता युक्त सामान देने की हिदायत दी गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता है।
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