धनबाद : भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथयात्रा इस वर्ष 27 जून 2025 को पूरे देश की तरह कोयलांचल क्षेत्र में भी श्रद्धा और भव्यता के साथ मनाई जाएगी। इस अवसर पर धनबाद के विभिन्न हिस्सों से पारंपरिक और आधुनिक रथयात्रा निकाली जाएंगी, जिसमें सबसे विशेष होगी इस्कॉन-धनबाद द्वारा आयोजित हाइड्रोलिक तकनीक से युक्त ऑटोमैटिक रथयात्रा।
इस्कॉन धनबाद रथ यात्रा 2025 : हाइड्रोलिक तकनीक से सजा 40 फीट ऊंचा रथ
धनबाद में इस्कॉन द्वारा निकाली जाने वाली रथ यात्रा इस बार तकनीकी दृष्टि से एक ऐतिहासिक बदलाव लेकर आ रही है। भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को इस बार IIT-ISM के छात्रों द्वारा डिज़ाइन किए गए हाइड्रोलिक रथ पर विराजमान किया जाएगा।
इस 40 फीट ऊंचे रथ की सबसे बड़ी विशेषता है इसका रिमोट कंट्रोल से संचालित छत्र, जिसे आवश्यकता अनुसार 18 फीट तक नीचे किया जा सकता है। यह सुविधा विशेष रूप से रथयात्रा के दौरान आने वाले तारों या अन्य अवरोधों को ध्यान में रखते हुए दी गई है, जिससे यात्रा बाधित न हो।
IIT-ISM छात्रों की तकनीकी प्रतिभा का उत्कृष्ट उदाहरण
रथयात्रा के इस आधुनिक रथ का डिज़ाइन और निर्माण IIT-ISM धनबाद के छात्रों द्वारा किया गया है। न केवल हाइड्रोलिक प्रणाली, बल्कि रथ में लगे घोड़ों की सजावट, रंग-सज्जा और अन्य सौंदर्यीकरण के कार्य भी छात्रों द्वारा ही किए गए हैं। यह रथ तकनीक और परंपरा का अद्वितीय संगम बन गया है, जो इस वर्ष की रथ यात्रा को और भी विशेष बना देगा।
रथयात्रा 2025 का कार्यक्रम और स्थल
भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को इस रथ के माध्यम से गोल्फ ग्राउंड स्थित विशेष रूप से निर्मित गुंडिचा मंदिर जैसे पंडाल तक ले जाया जाएगा, जहां 27, 28 और 29 जून तक वे विराजमान रहेंगे। इस दौरान हरिनाम संकीर्तन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और विशाल भोग वितरण होगा।
धनबाद की अन्य पारंपरिक रथ यात्राएं
धनबाद में इस्कॉन के अलावा कई अन्य क्षेत्रों में भी पारंपरिक रथ यात्राएं निकाली जाएंगी। इनमें मुख्य रूप से धनसार स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर की यात्रा प्रमुख है, जिसकी परंपरा पुरी की रथयात्रा के अनुरूप निभाई जाती है। इसके अतिरिक्त मनईटांड़, कुसुम विहार और हीरापुर हरि मंदिर से भी रथयात्रा निकलेगी।
सुरक्षा और व्यवस्थाएं : 40 हजार श्रद्धालुओं के आने की संभावना
इस वर्ष की रथ यात्रा में लगभग 40 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। इसी को ध्यान में रखते हुए निम्नलिखित व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इसमें सुरक्षा प्रबंध, यातायात नियंत्रण, जलपान व्यवस्था और चिकित्सा सुविधाएं रहेगी।