
आज पहली बार पूरी दुनिया ने अयोध्या से राम दरबार की विधिवत प्राण प्रतिष्ठा की झलक देखी। पूजा के दौरान विहंगम दृश्य का लाइव प्रसारण हुआ, जिससे सोशल मीडिया और चैनलों पर भक्तों ने भगवान राम, सीता और लक्ष्मण के दर्शन किए। यह क्षण इतिहास में दर्ज हो गया।

अयोध्या के भव्य श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में आज पहली बार ‘राम दरबार’ की झलक दिखाई गई। 5 जून को राम मंदिर समेत सात अन्य मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई। अब भक्त राम लला के साथ उनके भव्य दरबार के भी दर्शन कर सकेंगे।

5 जून को अभिजीत मुहूर्त में रामदरबार समेत सात मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन हुआ। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि थे। अयोध्या व काशी के 101 आचार्यों ने वैदिक मंत्रों के साथ यह पावन धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराया।

मंदिर परिसर को भव्य सजावट से सजाया गया है, पूरा वातावरण वैदिक ऊर्जा से गुंजायमान है। सुबह 6:30 बजे यज्ञ मंडप में आचार्यों के प्रवेश के साथ अनुष्ठान शुरू हुआ। आठ मूर्तियों को चेतन अवस्था में लाकर स्नान कर वैदिक मंत्रों का जाप किया गया।

श्रीराम जन्मभूमि के नवनिर्मित भव्य राम मंदिर के पहले तल पर स्थित राजदरबार में आज श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। प्रथम तल का निर्माण पूरा होने के बाद राम दरबार स्थापित किया गया है, जहां भगवान राम स्वयं विराजमान होंगे।

राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल के साथ ही मुख्य स्वर्ण मंडित शिखर का भी निर्माण पूरा हो चुका है। आज इसकी विधिवत स्थापना और पूजा संपन्न हुई। इस प्रकार, राम मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण होकर एक दिव्य स्वरूप में समर्पित हो गया है।

आज राम मंदिर में 21 मूर्तियां स्थापित की गईं। ईशान कोण में शिवलिंग, अग्निकोण में श्रीगणेश, दक्षिण मध्य में महाबली हनुमान, नैऋत्य कोण में सूर्य देव, वायव्य में मां भगवती, उत्तर मध्य में मां अन्नपूर्णा सहित कई मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा भी संपन्न हुई।

अयोध्या के भव्य राम मंदिर का निर्माण अंतिम चरण में है। स्वर्णमंडित शिखर और अन्य मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर पूर्ण होगा। भक्त जल्द ही राम लला और राम दरबार के विहंगम दर्शन कर सकेंगे। निर्माण कार्य शीघ्र पूरा होगा, मंदिर भव्यता से दमकेगा।

 
														
