दुमका : झारखंड के दुमका नगर थाना क्षेत्र में गुरुवार रात पुलिस प्रशासन द्वारा की गई छापेमारी में सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। एसडीएम कौशल कुमार के नेतृत्व में दो होटलों में छापेमारी की गई, जिसमें से एक गेस्ट हाउस से आधे दर्जन से अधिक युवक-युवतियों को हिरासत में लिया गया है। मामला सामने आने के बाद गेस्ट हाउस संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर दी गई है।
दो होटलों में चली छापेमारी, एक में सामने आया सेक्स रैकेट
छापेमारी की यह कार्रवाई गुरुवार रात रात 9 बजे से 10 बजे के बीच भागलपुर रोड स्थित होटल साकेत और नगर परिषद कार्यालय के पास स्थित मत्स्यगंधा गेस्ट हाउस में की गई। होटल साकेत में सत्यापन के दौरान तीन युवतियां मिलीं, जिन्होंने खुद को कोलकाता निवासी बताया और व्यवसायिक कार्य से आने की बात कही।
इसके बाद छापेमारी टीम मत्स्यगंधा गेस्ट हाउस पहुंची, जहां कमरे में संदिग्ध गतिविधियों के स्पष्ट प्रमाण पाए गए। मौके से चार युवतियां, गेस्ट हाउस संचालक और तीन युवक हिरासत में लिए गए। गेस्ट हाउस के रजिस्टर में युवतियों की एंट्री तक दर्ज नहीं थी, जिससे वहां अवैध गतिविधियों का संचालन स्पष्ट हो गया।
पश्चिम बंगाल और झारखंड से जुड़ी थीं युवतियां
पूछताछ के दौरान सामने आया कि पकड़ी गई युवतियां पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले और दुमका के आसपास के क्षेत्रों से आई थीं। हालांकि उन्होंने खुद को इवेंट मैनेजमेंट से जुड़ा बताकर बचाव की कोशिश की, लेकिन गेस्ट हाउस के कमरों में आपत्तिजनक वस्तुएं मिलने से उनका दावा खारिज हो गया।
गेस्ट हाउस संचालक के खिलाफ दर्ज हुई प्राथमिकी
एसडीएम कौशल कुमार ने बताया कि गेस्ट हाउस में अवैध गतिविधियों का संचालन हो रहा था। संबंधित संचालक पर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। नगर थाना प्रभारी को निर्देश दिया गया है कि मामले में सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए।”
पुलिस कर रही विस्तृत पूछताछ
छापेमारी में पकड़े गए सभी युवक-युवतियों को दुमका नगर थाना लाया गया है, जहां पूछताछ जारी है। साथ ही गेस्ट हाउस से जब्त दस्तावेज और आपत्तिजनक सामग्री को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।
स्थानीय स्तर पर सेक्स रैकेट के संचालन पर उठे सवाल
इस घटना ने स्थानीय होटल और गेस्ट हाउस में अवैध गतिविधियों की मौजूदगी को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिना पहचान पत्र और एंट्री रजिस्टर में बिना विवरण के युवतियों को कमरा उपलब्ध कराना होटल नियमों का उल्लंघन है।