बोकारो: बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड स्थित महुआटांड़ थाना क्षेत्र के गोपो गांव में गुरुवार रात एक दर्दनाक घटना हुई। एक जंगली हाथी गहरे कुएं में गिर गया और वहां से बाहर निकलने में असमर्थ रहने के कारण उसकी मौत हो गई। यह घटना इलाके में जंगली हाथियों के मानव बस्तियों के पास आने से जुड़ी समस्याओं की गंभीरता को उजागर करती है।
कुएं में फंस गया था हाथी
घटना के अनुसार, कुएं में पानी नहीं था, लेकिन अंदर बने छोटे गड्ढे में हाथी बुरी तरह से फंस गया था। कुएं से बाहर निकलने के लिए हाथी ने कई प्रयास किए, लेकिन वह असफल रहा। कुएं की संकीर्णता और गहराई के कारण वह पूरी तरह से फंस गया और तड़प-तड़प कर उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
नहीं पहुंच पाई वन विभाग की टीम
गांव वालों को इस घटना की जानकारी रात को ही मिल गई थी। ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और हाथी को बचाने के लिए हर संभव कोशिश की, लेकिन वह उसे निकालने में सफल नहीं हो सके। इस दौरान ग्रामीणों ने वन विभाग को भी सूचित किया, लेकिन दुर्भाग्यवश शुक्रवार सुबह 10 बजे तक वन विभाग की टीम घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाई थी।
भोजन पानी की तलाश में निकलते हैं हाथियों के झुंड
गोपो गांव और आसपास के क्षेत्र में जंगली हाथियों का झुंड अक्सर आता रहता है। भोजन और पानी की तलाश में ये हाथी जंगल से निकलकर मानव बस्तियों तक पहुंच जाते हैं। लेकिन वन विभाग की तरफ से हाथियों को सुरक्षित जंगल में वापस भेजने की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही से ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं और इसका खामियाजा हाथियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी भुगतना पड़ता है।
वन विभाग से एहतियाती कदम उठाने की मांग
ग्रामीणों ने वन विभाग से इस मामले में जल्द कार्रवाई करने और क्षेत्र में जंगली हाथियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। साथ ही, गांव में मौजूद पुराने और असुरक्षित कुओं को बंद करने या उनकी मरम्मत करने की भी मांग उठाई गई है। ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। यह घटना न केवल जंगली जानवरों के लिए खतरा है, बल्कि मानव और जानवरों के बीच बढ़ते संघर्ष की ओर भी इशारा करती है। वन विभाग को चाहिए कि वह इस दिशा में तुरंत कदम उठाए और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक प्रभावी योजना बनाए।
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