जमशेदपुर : जमशेदपुर के पोखारी स्थित नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी में शहर ही नहीं, बल्कि अन्य शहरों व राज्यों से भी छात्र पढ़ने के लिए आते हैं। यूनिवर्सिटी भवन, कैंपस व हॉस्टल देख कर छात्र व अभिभावक अनायास ही इसकी ओर आकर्षित होते हैं। यहां शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर कोई शिकायत नहीं है। इन सबके बावजूद पिछले दिनों यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में छात्रों को जो खाना परोसा गया, उसे लेकर छात्र-छात्राओं में काफी असंतोष है। उन्होंने खाने की कुछ तस्वीरें भी “द फोटोन न्यूज” के साथ साझा की है। इन तस्वीरों को देख खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसकी गुणवत्ता क्या होगी?

क्या है खाने की स्थिति
खाने की स्थिति इस खबर के साथ पोस्ट की गयी तस्वीरों से ही स्पष्ट हो जायेगी। रोटियां आधी कच्ची-आधी पकी, सोयाबिन और आलू की सब्जी, चावल भी पूरा पका हुआ नहीं है। इसे अलावा दाल की स्थिति ऐसी है कि दाल के दाने और पानी अलग हो जाते हैं। इतना ही नहीं, जो तस्वीरें मिली हैं, उनमें खाने में कीड़े भी देखे जा सकते हैं।

डस्टबिन में खाने से भरी थालियां
छात्रों को ऐसा खाना दिया गया कि वह उनके गले से नहीं उतरा। उन्हें पेट खराब होने अथवा बीमार होने का भी डर सताने लगा। ऐसे में छात्रों ने खाना नहीं खाने में ही भलाई समझी और खाने से भरा प्लेट डस्टबिन में रख दिया।

घर जाने की चेतावनी
विद्यार्थियों ने जब यूनिवर्सिटी के वाट्सएप ग्रुप पर इसकी शिकायत करनी शुरू की, तो रजिस्ट्रार ने पहले तो यह जानना चाहा कि क्या परेशानी है। उसके बाद उन्होंने वाट्सएप ग्रुप पर स्पष्ट शब्दों में लिख दिया कि “जिन्हें खाने से परेशानी है वे घर जा सकते हैं”। इसके बाद छात्रों ने शांत रहने में ही भलाई समझी। पढ़ाई पूरी करने की सोच कर चुप हो गये।

कैंटीन संवेदक को हटाया गया
हालांकि यह जानकारी मिली है, छात्रों की परेशानी संज्ञान में आने के बाद यूनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर से कैंटीन के संवेदक को हटा दिया गया है। इसके साथ ही पिछले एक-दो दिन से खाने में सुधार आया है। हालांकि फिलहाल कोई भी विद्यार्थी संबंध में बात करने को तैयार नहीं है।
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विद्यार्थियों की ओर से खाने को लेकर शिकायत मिली थी। उसके तुरंत बाद इसकी जांच की गयी। उसके आधार पर कार्रवाई करते हुए कैंटीन संवेदक को हटा दिया गया है। अब विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण खाना परोसा जा रहा है।
नागेंद्र सिंह, रजिस्ट्रार, नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी