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झारखंड के मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ फर्जी FIR की कॉपी वायरल, 3 लोगों पर केस दर्ज

शिकायत के अनुसार, रांची सिटी एसपी कार्यालय की मुहर का दुरुपयोग करते हुए एक फर्जी एफआईआर की कॉपी को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था। इसका उद्देश्य मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ भ्रामक दुष्प्रचार करना और राजनीतिक लाभ उठाना था।

by Priya Shandilya
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जमशेदपुर: स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ फर्जी एफआईआर की कॉपी वायरल करने के आरोप में कदमा थाना में तीन लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया है। मंत्री के करीबी संतोष सिंह द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में भाजपा नेता विकास सिंह, वरिष्ठ पत्रकार आनंद कुमार और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व महासचिव डॉ. मृत्युंजय सिंह को आरोपी बनाया गया है।

मंत्री बन्ना गुप्ता को बदनाम करने की साजिश

शिकायत के अनुसार, रांची सिटी एसपी कार्यालय की मुहर का दुरुपयोग करते हुए एक फर्जी एफआईआर की कॉपी को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था। इसका उद्देश्य मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ भ्रामक दुष्प्रचार करना और राजनीतिक लाभ उठाना था। संतोष सिंह ने पुलिस को इस मामले में लिखित शिकायत की, जिसके आधार पर पुलिस ने केस दर्ज किया है।

कदमा थाना प्रभारी संजय सुमन ने बताया कि मामले में लिखित शिकायत की गई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरु की है। बता दें कि वायरल हुए फर्जी एफआईआर में उल्लेख किया गया था कि मंत्री पर एक महिला ने शोषण का आरोप लगाया था। रांची के सिटी एसपी ने इस शिकायत पत्र को ही फर्जी बताया था। यहां बता दें कि तीनों आरोपियों ने फर्जी पत्र वायरल करने के कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया से पत्र को डिलीट कर दिया था।

सरयू राय और उनके समर्थक ब्लैकमेलिंग और चरित्र हनन में एक्सपर्ट: बन्ना गुप्ता

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सोमवार को विधायक सरयू राय और उनके समर्थकों को निशाने पर लिया। अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 6 अक्टूबर को एक बार फिर एक फर्जी एफआईआर उनके राजनीतिक विरोधियों ने कराया। कुंठित मानसिकता का परिचय देते उनके चरित्र हनन का प्रयास किया। इससे पहले 23 अप्रैल 2023 को एक फर्जी वीडियो उनके खिलाफ विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म पर चलाया गया। इन सबके पीछे उनके राजनीतिक विरोधी विशेषकर सरयू राय और उनके समर्थकों का हाथ रहा है।

बन्ना ने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि पिछली बार भी उनके खिलाफ एक फर्जी वीडियो को सरयू और उनके समर्थक एक कथित पत्रकार तथा स्वास्थ्य विभाग के एक डॉक्टर ने सोशल मीडिया पर वायरल कर झूठा प्रचार किया और उनकी छवि को बिगाड़ने का प्रयास किया था। इस बार भी एक फर्जी महिला के जरिए उनके खिलाफ सरयू समर्थक जो ब्लैकमेलिंग, चरित्र हनन और झूठे खबरों को प्रचारित करने के एक्सपर्ट हैं, एक फर्जी एफआईआर प्रचारित कराया है। यह जानबूझकर किया गया क्योंकि रविवार को उनका जमशेदपुर में एक बड़ा कार्यक्रम प्रस्तावित था। बन्ना ने सरयू और उनकी टीम पर सवाल करते कहा कि आख़िर उनका क्या कसूर है। वे पिछड़े समाज से आते हैं और जमशेदपुर, झारखंड के विकास के लिए लगे हैं, इससे उनके लिए पेट दर्द हो रहा है क्या?

तलाश रहे राजनीतिक जमीन

बन्ना गुप्ता ने सरयू राय सृजन सवाल करते उन पर जमशेदपुर के विकास में अड़ंगा लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे 10 साल विधायक रहे, 5 साल मंत्री भी रहे पर मानगो फ्लाईओवर के बारे में कभी नहीं सोचा। एमजीएम अस्पताल के जीर्णोद्धार के बारे में नहीं सोचा। हर साल स्वर्ण रेखा का पानी बोतल में बंद कर ले जाते रहे, कॉरपोरेट घरानों को डराते, धमकाते रहे पर पानी की जांच से संबंधित रिपोर्ट कभी सार्वजनिक नहीं की। स्वर्णरेखा के जीर्णोद्धार के लिए कुछ नहीं किया।

बन्ना के मुताबिक, असल में सरयू को अपनी करतूत के कारण समझ नहीं आ रहा कि वे कहां से चुनाव लड़ें। जमशेदपुर पूर्वी- पश्चिमी या कहीं और? ऐसे में वे ओछी राजनीति करते हुए मुझे डराने में, चरित्र हनन में लगे हैं। पर वे जिस प्लेटफॉर्म पर जिस तरह से चाहेंगे, उन्हें जवाब मिलेगा।

चरित्र दागदार

बन्ना ने सरयू से सवाल किया है कि वे जिस धार्मिक अनुष्ठान में एक महिला के साथ पति पत्नी की तरह शामिल होते रहते हैं, वो आखिर कौन है। उनसे और उसके बेटे के साथ आपका रिश्ता क्या है।

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