पलामू : झारखंड के पलामू जिले के गढवा प्रमंडल में मेराल थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। शुक्रवार को पुलिस ने नकली कीटनाशक दवा बनाने वाली एक मिनी फैक्ट्री का खुलासा किया, जहां 30 लाख रुपये की नकली दवाएं बनाई जा रही थीं। इस फैक्ट्री का संचालन गीता देवी के घर पर किया जा रहा था, जो मेराल बस स्टैंड के पास कर्बला रोड स्थित है।
पुलिस ने क्या पाया?
पुलिस अधीक्षक गढ़वा को इस अवैध गतिविधि की सूचना मिली थी कि मेराल के एक घर में बड़े पैमाने पर नकली कीटनाशक दवा तैयार की जा रही है और इसका वितरण भी किया जा रहा है। इसी जानकारी के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गीता देवी के घर पर छापेमारी की, जहां से भारी मात्रा में नकली कीटनाशक दवाएं बरामद की गईं।
बरामद दवाओं में प्रमुख रूप से “लीथल क्लॉरपाईरीफॉर्म” की नकली बोतलें, स्टिकर, रेपर, और अन्य संबंधित सामग्री शामिल थीं। पुलिस ने 500 एमएल की 1208 बोतलें, 250 एमएल की 2820 बोतलें, और अन्य पैकिंग के 4510 से अधिक स्टिकर भी जब्त किए।
नकली दवा का बड़ा नेटवर्क
पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला कि यह नकली कीटनाशक दवा सरकारी योजनाओं जैसे मनरेगा के तहत बिरसा हरित बागवानी योजना में सप्लाई की जाती थी। इस मामले में स्थानीय लोगों का भी आरोप है कि कुछ सरकारी कर्मी इस अवैध गतिविधि में शामिल हैं। पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का मन बना चुकी है।
मामला दर्ज और आगे की कार्रवाई
इंस्पेक्टीसीड इंडिया कंपनी के प्रमुख जांचकर्ता रंजीत कुमार सिंह की शिकायत पर मेराल थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। थाना प्रभारी विष्णुकांत ने बताया कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और इस अपराध से जुड़े सभी पहलुओं को उजागर किया जाएगा।
यह घटना एक गंभीर मामले की ओर इशारा करती है, जिसमें नकली कीटनाशक दवाओं का निर्माण और वितरण एक बड़े पैमाने पर हो रहा था, जिससे किसानों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा था। पुलिस की कार्रवाई से यह उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस गोरखधंधे में शामिल सभी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
Read Also: Ranchi Drug Peddlers Arrested : रांची में ब्राउन शुगर के साथ सरगना कन्हैया कुमार समेत तीन गिरफ्तार