गढ़वा : झारखंड के गढ़वा जिले में जमीन विवाद ने खूनी रूप ले लिया। कांडी थाना क्षेत्र के मंडरा गांव में बुधवार सुबह तीन से चार की संख्या में आए हमलावरों ने 35 वर्षीय सुनील पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक, दिवंगत रामविलास पासवान का पुत्र था। घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। पुलिस का मानना है कि हत्या का कारण भूमि विवाद है।
Garhwa murder : थाना में धमकी के बाद हुई हत्या
परिजनों और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि मंगलवार को ही जमीन विवाद को लेकर थाना में मृतक को खुलेआम धमकी दी गई थी। आरोपित ने कहा था कि “थोड़ा इंतजार करो, गोली मार देंगे”। धमकी के कुछ घंटों बाद ही बुधवार सुबह हमलावर पहुंचे और सुनील को पहले डंडों से पीटा, फिर ताबड़तोड़ 3-4 गोलियां चलाईं। दो गोलियां उसके सिर में और एक शरीर में लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस कार्रवाई पर सवाल, परिजनों का विरोध
घटना की सूचना पर कांडी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कोशिश की, लेकिन परिजनों ने एसपी को मौके पर बुलाने और आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव उठाने से रोक दिया। उनका कहना है कि जब थाना में धमकी दी गई थी तो समय पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई? पुलिस की लापरवाही से यह वारदात हुई।
Garhwa murder : मौके पर तैनात भारी पुलिस बल
मौके पर गढ़वा डीएसपी नीरज कुमार, नगर डीएसपी सतेंद्र सिंह, बिश्रामपुर विधायक नरेश सिंह, मझिआंव और भवनाथपुर के इंस्पेक्टर समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस घटनास्थल पर ही जांच में जुटी थी और शव उठाने की प्रक्रिया रुकी हुई थी।
हमलावर फरार, जांच जारी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावर गोलीबारी करने के बाद फरार हो गए। मृतक का बड़ा भाई भोला पासवान ने पुलिस को बताया कि गांव के ही एक व्यक्ति से पुराना जमीन विवाद चल रहा था। उसी रंजिश में सुनियोजित तरीके से यह हत्या की गई।
गरीब परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
सुनील पासवान बेहद गरीब परिवार से था। उसके दो बेटे, चार बेटियां, पत्नी और वृद्ध मां हैं। वह मजदूरी कर परिवार का गुजारा कर रहा था। अचानक हुई इस हत्या से परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।