गोरखपुर : गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की बैठक कल यानि 20 फरवरी को हो रही है, इसमें कई अहम निर्णय लिए जाने की संभावना है। छह महीने के लंबे अंतराल के बाद होने वाली इस बैठक में शहर की सूरत बदलने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।
बैठक में सबसे पहले इंदिरा बाल विहार के फूड पार्क के विकास पर चर्चा होगी। नगर निगम ने पहले ही इंदिरा बाल विहार के बाहर सुंदरीकरण कार्य शुरू किया था, अब जीडीए पार्क के भीतर भी इस काम को अंजाम देगा। बैठक में लाइसेंस मॉडल पर फूड पार्क को विकसित करने का प्रस्ताव रखा जाएगा। इसके मंजूरी मिलने के बाद, पार्क की सूरत बदलने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस मॉडल के तहत, पार्क के भीतर स्थित दुकानों को न केवल नया रूप दिया जाएगा, बल्कि इन्हें लीज की बजाय लाइसेंस के आधार पर आवंटित किया जाएगा। जिन दुकानों ने पहले से किराया जमा किया है, उन्हें समायोजित किया जाएगा, जबकि बाकी दुकानों का पुनः आवंटन होगा।
इसके अलावा, खोराबार टाउनशिप और मेडिसिटी परियोजना से प्रभावित लोगों की भी इस बैठक से काफी उम्मीदें हैं। भूमि अर्जन पुनर्वासन प्राधिकरण (लारा कोर्ट) के आदेश के तहत बढ़े मुआवजे के वितरण पर भी निर्णय लिया जा सकता है। बैठक में वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट का प्रस्ताव भी लाया जाएगा, साथ ही पिछले दो सालों के बैलेंस शीट को बोर्ड से अनुमोदित कराया जाएगा।
बैठक के अन्य एजेंडों में राप्तीनगर विस्तार आवासीय योजना के तलपट मानचित्र में संशोधन, उत्तर प्रदेश टाउनशिप नीति 2023 के तहत लाइसेंस प्रदान किए जाने के संबंध में प्रस्ताव और विभिन्न शासनादेशों को अंगीकृत करने के प्रस्ताव पर स्वीकृति ली जाएगी।
इसके अलावा, संपत्ति विभाग द्वारा लेक क्वीन क्रूज के छह माह का किराया माफ करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की जाएगी। जीडीए के अभियंत्रण विभाग द्वारा कुश्मी एन्क्लेव के लेआउट व कास्टिंग, कन्वेंशन सेंटर की प्रगति और 15 कालोनियों को नगर निगम को हैंडओवर करने पर निर्णय लिया जाएगा।
बैठक में यह भी तय किया जाएगा कि खोराबार टाउनशिप और मेडिसिटी परियोजना में अनार्जित भूखंडों को फेज-2 में स्थानांतरित किया जाए। इसके लिए भूखंड धारकों को शिफ्ट करने का प्रस्ताव भी रखा जाएगा। इस प्रकार, जीडीए की यह बैठक गोरखपुर शहर के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।
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