Jamshedpur : घाटशिला विधानसभा के उपचुनाव में मतदान के बाद अब लोगों को 14 नवंबर को होने वाली मतगणना का बेसब्री से इंतजार है। मतदान के बाद ईवीएम को-आपरेटिव कॉलेज में स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में रख दी गई है। ईवीएम की रखवाली के लिए भाजपा और जेएमएम के कार्यकर्ता पूरे जोशो-खरोश के साथ को-ऑपरेटिव कालेज में डट गए हैं। यहां भाजपा और जेएमएम के तंबू नजर आ रहे हैं। जेकेएलएम का तंबू गायब है। दोनों ही खेमे में चुनाव की ही चर्चा चल रही है।
को-ऑपरेटिव कॉलेज में लोगों की आवाजाही बढ़ गई है। यहां का माहौल गुलजार हो गया है। गेट पर ही सुरक्षा बल के जवान तैनात हैं। को-ऑपरेटिव कॉलेज में आम लोगों के घुसने पर पाबंदी है। गेट पर तैनात जवान सिर्फ अधिकारियों और कर्मचारियों को ही आने-जाने दे रहे हैं। सभी का आईकार्ड चेक करने के बाद ही उन्हें अंदर जाने दिया जा रहा है। को-ऑपरेटिव कॉलेज में अंदर घुसने के बाद मुख्य सड़क के किनारे ही जेएमएम का तंबू लगा है। यहां जेएमएम के कई वरिष्ठ नेता बैठकर चुनाव पर चर्चा कर रहे थे।
इनमें पूर्व सांसद सुमन महतो के अलावा, अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हैं। चर्चा में सभी यह उम्मीद जता रहे हैं कि घाटशिला उप चुनाव में उनकी ही जीत होगी। यहां से जेएमएम चुनाव जीत रही है। पूर्व सांसद सुमन महतो कहती हैं कि सोमेश सोरेन को हराने वाला कोई नहीं है। सीएम और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने यहां डेरा डाल दिया था। काफी मेहनत की है। एक कार्यकर्ता इस पर तपाक से बोलता है- इस मेहनत का फल मीठा ही निकलेगा।
जेएमएम के टेंट से थोड़ा आगे चल कर भाजपा का तंबू है। इस टेंट में भाजपा के उम्मीदवार बाबूलाल सोरेन अपने दो-तीन साथियों के साथ डटे थे। यहां बाबूलाल सोरेन भी चुनाव पर ही चर्चा कर रहे थे। बाबूलाल भी अपनी जीत के प्रति आश्वस्त दिखे। उनके साथ बैठे लोग भी राजनीतिक पुलाव बना रहे थे। उन्हें बता रहे थे कि अगर उनके पिता चंपई सोरेन चाहते तो जेएमएम खत्म हो जाती। मगर, चंपई दा ने ऐसा नहीं चाहा।
Photon News Special : जमशेदपुर को-आपरेटिव कॉलेज में पकाए जा रहे सियासी पुलाव : Ghatshila By-Election 2025
भाजपा के टेंट में खुद बैठे बाबूलाल, जेएमएम के कैंप में नेताओं का जमावड़ा, ईवीएम की रखवाली के लिए कोआपरेटिव कॉलेज में गड़ गए दोनों राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के टेंट
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