Jamshedpur : घाटशिला विधानसभा उपचुनाव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। चुनाव के दौरान अगर किसी सियासी दल को घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में सभा करनी होगी तो इसके लिए उनके स्टार प्रचारक का हेलीकॉप्टर कहां उतरेगा, इसका भी प्रबंध जिला प्रशासन ने कर लिया है। सियासी दलों की सूचना पर भवन निर्माण हेलीकॉप्टर के उतरने के लिए अस्थायी हेलीपैड बनाएगा। दो तरह के हेलीपैड बनाए जाएंगे। हेलीपैड के इस्तेमाल के बदले में सियासी दल को शुल्क देना होगा। जिला प्रशासन ने शुल्क चार्ट बुधवार को जारी कर दिया है।
भवन निर्माण दो तरह के हेलीपैड बनाएगा। एक ऐसा हेलीपैड होगा, जिसमें बैरिकेडिंग के साथ ही सारी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, बिना बैरिकेडिंग वाला हेलीपैड भी तैयार किया जाएगा। बिना बैरिकेडिंग के बनाया जाने वाला हेलीपैड सस्ता पड़ेगा। जबकि, बैरिकेडिंग के साथ बना हेलीपैड महंगा होगा।
बैरिकेडिंग के साथ बनने वाले हेलीपैड के लिए राजनीतिक दलों को 35 हजार 637 रुपये खर्च करने पड़ेंगे। इसमें हेलीपैड का शुल्क 27 हजार 937 रुपये रखा गया है। जबकि, एंबुलेंस के लिए 1500 रुपये और अग्निशमन दल के लिए 6200 रुपये प्रति छह घंटा के हिसाब से शुल्क लिया जाएगा।
बिना बैरिकेडिंग वाले हेलीपैड के लिए कुल 15 हजार 242 रुपये लिए जाएंगे। इसमें हेलीपैड का 7542 रुपये शुल्क है। एंबुलेंस के लिए 1500 रुपये और अग्निशमन दल के लिए प्रति छह घंटे 6200 रुपये का शुल्क इसमें शामिल है। अगर किसी सभा में छह घंटे से अधिक का समय लग रहा है तो अग्निशमन दल का शुल्क अलग से लिया जाएगा।
अगर कोई सियासी दल किसी निजी जमीन पर हेलीपैड बनवाना चाहता है तो उसे जमीन के मालिक से एनओसी लेनी होगी। जमीन का किराया सियासी दल ही भुगतान करेगा। सरकारी जमीन पर हेलीपैड बनाने से पहले सियासी दल को प्रशासन से अनुमति लेनी होगी।
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