Gumla (Jharkhand) : साइबर अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे झारखंड पुलिस के अभियान को एक बड़ी सफलता मिली है। गुमला निवासी के बैंक खाते से लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले एक मुख्य साइबर अपराधी को पुलिस ने सुदूर मणिपुर राज्य से गिरफ्तार किया है। आरोपी को लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद ट्रांजिट रिमांड पर गुमला लाया गया है और फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में है।
गुमला के उपमंडल पुलिस अधिकारी (SDPO) सुरेश प्रसाद यादव ने शनिवार को इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि मामला गुमला के अंबेडकर नगर निवासी अमरुद्दीन खान की शिकायत से जुड़ा है। अमरुद्दीन खान ने बीते 12 सितंबर को गुमला थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी कि साइबर धोखाधड़ी के माध्यम से उनके बैंक खाते से 8.45 लाख रुपये की अवैध निकासी कर ली गई है।
धोखाधड़ी की राशि निकली कहीं ज़्यादा, मणिपुर से जुड़ा कनेक्शन
शिकायत के आधार पर जिला पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने बताया कि जांच के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पता चला कि पीड़ित के केवल एक नहीं, बल्कि दो अलग-अलग बैंक खातों से कुल 10.75 लाख रुपये की बड़ी राशि अंतरित (Transfer) की गई थी।
गहन तकनीकी और भौतिक जांच के बाद पुलिस को पता चला कि जिस बैंक खाते में यह बड़ी रकम अंतरित की गई थी, वह खाताधारक मणिपुर के इंफाल पूर्वी जिले के लामलाई थाना क्षेत्र के खरसन माखा लेकई निवासी लुकराम दिनेश मैताई है।
पुलिस टीम ने इंफाल में की पुष्टि, आरोपी ने कबूला जुर्म
खुलासा होने के तुरंत बाद, गुमला पुलिस की एक विशेष टीम ने मणिपुर के इंफाल के लिए प्रस्थान किया। वहां पहुंचकर पुलिस टीम ने लेन-देन की विस्तृत पुष्टि की और आरोपी खाताधारक लुकराम दिनेश मैताई से पूछताछ शुरू की।
पूछताछ के दौरान, आरोपी लुकराम दिनेश मैताई ने अपना अपराध कबूल करते हुए स्वीकार किया कि उसने 11 सितंबर को 8 लाख रुपये की निकासी की थी। इसके बाद पुलिस ने उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया।
ट्रांजिट रिमांड पर गुमला लाया गया आरोपी, कई आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद, झारखंड पुलिस ने उसे गुमला लाने के लिए इंफाल की स्थानीय अदालत में ट्रांजिट रिमांड की अर्जी दाखिल की। अदालत से मंजूरी मिलने के बाद, आरोपी को कड़ी सुरक्षा के बीच 11 अक्टूबर को गुमला लाया गया। वह वर्तमान में जेल में है।
एसडीपीओ यादव ने बताया कि पुलिस ने गिरफ्तार साइबर ठग के पास से तीन एटीएम कार्ड, सात बैंक पासबुक, दो मोबाइल फोन और कई बैंकों की चेकबुक बरामद की है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि इस साइबर धोखाधड़ी गिरोह में लुकराम दिनेश मैताई के साथ और कौन-कौन शामिल हैं। पुलिस का मानना है कि इस सफलता से साइबर अपराधियों के बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।