सेंट्रल डेस्क : हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा सीटों पर हो रहे चुनाव की मतगणना का परिणाम आ गया है। इस चुनावी परिणाम के साथ अब भारतीय जनता पार्टी (बीजीपी) लगातार तीसरी बार हरियाणा में अपनी सरकार बनाने जा रही है। छह महीने के अंदर हरियाणा में कमल का कमाल दिखने वाले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विपक्षी दल कांग्रेस को कांटे की टक्कर दी और अपनी कुर्सी पर सिक्का जमाए रखा।
नायब सिंह सैनी, इसी साल मार्च में मुख्यमंत्री बने थे जब हरियाणा में बीजेपी और जननायक जनता पार्टी (JJP) के बीच गठबंधन टूटने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद बीजेपी ने नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया। अब विधानसभा चुनाव में नायब सिंह सैनी ने अपने काम का सबूत दोबारा जीत के साथ दे दी है। आइये जानें कौन है नायब सिंह सैनी और कैसा रहा है उनका राजनीतिक सफर।
मनोहर लाल के करीबी हैं नायब सिंह सैनी
नायब सिंह सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को अंबाला के गांव मिर्जापुर माजरा में सैनी परिवार में हुआ था। उन्होंने बीए और एलएलबी किया हुआ है। उच्च शिक्षा प्राप्त सैनी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के साथ भी जुड़े हुए हैं। सैनी कुरूक्षेत्र निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद हैं। साल 2014 में उन्हें नारायणगढ़ विधानसभा से विधायक चुना गया था। इसके बाद 2016 में वे हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री बने थे। उन्हें हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का करीबी माना जाता है। भाजपा के साथ उन्होंने अपना राजनीतिक सफर पार्टी के सहयोगी के तौर पर साल 1996 में शुरू किया था। साल 2002 में सैनी ने युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी (BJP) अंबाला से जिला महामंत्री का पदभार संभाला। इसके बाद 2005 में उन्हें युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष का कार्यभार सौंपा गया।
राजनीति के अनुभवी खिलाड़ी
भाजपा की युवा मोर्चा संभालने के बाद सैनी को साल 2009 में भाजपा किसान मोर्चा हरियाणा के प्रदेश महामंत्री के पद पर चुना गया। फिर 2012 में वे भाजपा के जिलाध्यक्ष बने। 2014 में सैनी, नारायण गढ़ विधानसभा से विधायक बने, 2015 में हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री रहे और फिर 2019 में नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र से सांसद चुने गए। इसके बाद उन्होंने हरियाणा में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष पद संभाला। पार्टी की विभिन्न मोर्चाओं को संभालने का अनुभव लिए सैनी आज हरियाणा में भाजपा के सबसे ताकतवर कैंडिडेट हैं। मार्च से लेकर अब तक मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने राज्य की देख रेख की है। अब हरियाणा में फिर से भाजपा की सरकार बन गई है और सैनी एक बार फिर मुख्यमंत्री पद के लिए जनता द्वारा चुने गए हैं।
सैनी के नाम करोड़ों की संपत्ति
नायब सिंह सैनी करोड़ों के मालिक हैं, ये हम नहीं बल्कि खुद उनकी चुनावी घोषणापत्र का बयान है। दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले दाखिल चुनावी घोषणापत्र के अनुसार उन्होंने अपनी कुल संपत्ति का ब्यौरा दिया था जिसके अनुसार वे 3,57,85,621 रुपये के मालिक हैं। जबकि उनपर लगभग 57,34,878 रुपये का कर्ज भी है। Myneta.com के मुताबिक सैनी से अपने चुनावी घोषणापत्र में पंचकूला और अंबाला में दो आवास होने का जिक्र किया था, जिसकी कीमत 2019 में लगभग 250 करोड़ रुपए थी। लाखों की जूलरी और रुपए के अलावा उनके घोषणापत्र के मुताबिक नायब सिंह सैनी के पास करीब 55 लाख रुपये की कृषि योग्य भूमि है।
कांग्रेस के साथ भाजपा की कड़ी टक्कर
बता दें हरियाणा की 90 सीटों के लिए 464 निर्दलीय और 101 महिलाओं सहित कुल 1,031 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे। 5 अक्टूबर को एक ही चरण में इन सभी सीटों पर मतदान हुआ था। आज मतगणना के परिणाम सामने आ गए हैं, जिसमें भाजपा ने हरियाणा में तीसरी दफा अपनी सरकार बनाई है। शुरुआत में रुझान कांग्रेस की तरफ थे, लेकिन धीरे धीरे भाजपा का पलड़ा भारी होता चल गया। दोपहर साढ़े 12 बजे तक मतगणना रुझान में साफ़ हो गया कि भाजपा ही इस खेल को जीतेगी। वहीं कांग्रेस को उम्मीद थी कि वह एक दशक बाद हरियाणा में अपनी सत्ता को वापस लाएगी। पर लगता है कांग्रेस का यह इंतजार अभी लंबा चलने वाला है।
ज्ञात हो, इस चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, इनेलो-बसपा और जेजेपी-आजाद समाज पार्टी आमने सामने थी।