भुवनेश्वर : ओडिशा में बुधवार को भारी बारिश के कारण दीवार गिरने की अलग-अलग घटनाओं में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो बच्चों सहित छह अन्य घायल हो गये। पिछले 24 घंटों में भारी बारिश के कारण उत्तरी और पश्चिमी ओडिशा में विभिन्न नदियों में जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। राज्य में ब्रह्मणी, बैतरणी, जलाका, बंसधारा, नागाबली और झांझबती नदियां उफान पर हैं। हालांकि, जल संसाधन विभाग के सूत्रों का दावा है कि बैतरणी नदी को छोड़कर बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। क्योंझर जिले में झुमपुरा ब्लॉक के अंतर्गत घंटुपानी गांव में एक वृद्ध महिला की उसके मकान की दीवार गिरने से मौत हो गई।
भारी बारिश से 206 मकान ध्वस्त :
जिला आपदा प्रकोष्ठ के अधिकारी ने बताया कि क्योंझर जिले में भारी बारिश से 206 मकान ध्वस्त हुए हैं। वहीं, कालाहांडी जिले के भवानीपटना, एम रामपुर, नरला और जयपटना ब्लॉक के अंतर्गत कई गांवों में लगातार बारिश के कारण कई कच्चे मकान ढह गये। ऐसे लोगों ने पंचायत भवन व स्कूलों में आश्रय लिया हुआ है।
इस संबंध में अधिकारियों ने कहा कि जयपटना ब्लॉक के अंतर्गत विमला गांव में लक्ष्मण नाइक के घर की दीवार गिर गयी, जिसमें उनकी पत्नी और पांच बच्चे घायल हो गये। घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने बताया कि दो बच्चों को गंभीर हालत में जयपटना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया और बाद में उन्हें भवानीपटना जिला मुख्यालय अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री वितरित करने का निर्देश :
ओडिशा की राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला मलिक ने भारी बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को बचाव दल भेजने और प्रभावित लोगों के बीच राहत सामग्री वितरित करने का निर्देश दिया। राज्य सरकार ने अब तक भद्रक, जाजपुर, संबलपुर, क्योंझर, मयूरभंज, अंगुल, सोनपुर, बौध और जैसे बारिश प्रभावित जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दो, ओडिशा आपदा मोचन बल (ओडीआरएएफ) की आठ, और अग्निशमन कर्मियों की 13 सहित कुल 23 बचाव टीम भेजी गयी हैं।
एनडीआरएफ की टीमें तैनात :
सरकार के मुताबिक, कंधमाल, भद्रक और जाजपुर जिलों में एनडीआरएफ की टीम को तैनात किया गया है, जहां नदियां खतरे के निशान को पार कर गयी हैं। अधिकारियों ने कहा कि 12 से अधिक जिलों में शैक्षणिक संस्थानों को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, बारिश प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है। पंचायतों में पंचायत भवन व स्कूलों में अस्थायी आश्रय गृह बनाया गया है।
READ ALSO : भाजपा विधायक सीपी सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग, केंद्रीय गृह मंत्री को लिखा पत्र