रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को भारी हार का सामना करना पड़ा। चुनाव में अल्पसंख्यक और आदिवासी मतों के ध्रुवीकरण ने एनडीए की संभावनाओं को कमजोर कर दिया। इसके अलावा, संताल क्षेत्र में पार्टी द्वारा बांग्लादेशी घुसपैठ का नैरेटिव बनाने की कोशिश भी प्रभावी नहीं रही।
हार के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो संदेश साझा किया।
https://x.com/himantabiswa/status/1860552677253611862
इस वीडियो में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया और बांग्लादेशी घुसपैठियों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने लिखा, “झारखंड में हमारे कार्यकर्ताओं के लिए मेरा विशेष संदेश। उनकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, और असम से उनका यह मित्र हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा।”
बांग्लादेशी घुसपैठ पर हिमंता का बयान
वीडियो में हिमंता बिस्वा सरमा ने झारखंड की हार को विश्लेषण करते हुए कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा केवल सीमावर्ती राज्यों तक सीमित नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पार्टी कार्यकर्ता इस नैरेटिव को मजबूत करें और जनहित के लिए काम करते रहें।
आदिवासी और अल्पसंख्यक मतदाताओं की भूमिका
विश्लेषकों के अनुसार, झारखंड में आदिवासी और अल्पसंख्यक मतों का ध्रुवीकरण बीजेपी के खिलाफ गया, जिससे इंडिया गठबंधन ने निर्णायक बढ़त हासिल की। हिमंता ने अपने संदेश में इस चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि कार्यकर्ता पार्टी की विचारधारा पर दृढ़ रहें।
पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए समर्थन
असम के मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं की सुरक्षा और भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है। उनके इस संदेश को झारखंड के कार्यकर्ताओं ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।
Read Also : अग्निवीर अर्जुन महतो की शहादत पर झारखंड में शोक की लहर, नेताओं ने अर्पित की श्रद्धांजलि