बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक हिंदू युवक ने मुस्लिम युवती से प्रेम विवाह किया, लेकिन अब उस पर इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाया जा रहा है। युवक का आरोप है कि उसकी पत्नी और ससुराल वाले न केवल उसे बल्कि उसके चार महीने के बेटे को भी इस्लाम कबूलने के लिए मजबूर कर रहे हैं।
राजकुमार ने लगाए गंभीर आरोप
बदायूं के मीरा सराय निवासी 24 वर्षीय राजकुमार ने 4 अगस्त 2023 को शेखूपुर की रहने वाली 23 वर्षीय अफरोज से शादी की थी। दोनों का एक चार महीने का बेटा भी है। राजकुमार का आरोप है कि शादी के बाद से ही उसकी पत्नी और ससुराल वाले उस पर इस्लाम अपनाने का दबाव बना रहे हैं।
युवक ने बताया कि शादी के बाद उसे मस्जिद ले जाया गया, नमाज पढ़ने के लिए मजबूर किया गया और मांस खाने पर भी दबाव डाला गया। जब उसने इसका विरोध किया, तो उसकी पत्नी ने उसे तलाक दे दिया। हालांकि, बाद में दोनों के बीच सुलह हो गई और 2024 में वे फिर से साथ रहने लगे।
ईद पर खतना कराने का बनाया दबाव
राजकुमार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि इस साल ईद के मौके पर जब वह अपने ससुराल गया, तो वहां उसके चार महीने के बेटे को मांस खिलाया जा रहा था। जब उसने इस पर आपत्ति जताई, तो उसकी पत्नी और ससुराल वालों ने उस पर खतना कराने का दबाव बनाया। उसने आरोप लगाया कि मौलाना और कुछ रिश्तेदारों को बुलाकर जबरन इस्लाम कबूलवाने की कोशिश की गई।
युवक का कहना है कि किसी तरह वह वहां से बचकर निकलने में कामयाब रहा और अपने बेटे को भी साथ ले आया। उसने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही इस पर कोई ठोस कार्रवाई की जा सकती है।
पुलिस कर रही मामले की जांच
बदायूं पुलिस ने युवक की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और पूरे मामले की जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि दोनों पक्षों से पूछताछ की जाएगी और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला धार्मिक स्वतंत्रता और व्यक्तिगत अधिकारों को लेकर गंभीर बहस खड़ी कर सकता है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि किसी भी व्यक्ति पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाना कानूनन अपराध है, और यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।