पलामू : झारखंड में मानव तस्करी का एक और गंभीर मामला सामने आया है। रांची के रहने वाले दो नाबालिग बच्चों को दिल्ली ले जाया जा रहा था, लेकिन डालटनगंज रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया। इस दौरान रांची के हुंडरू का रहने वाला तस्कर शर्मा बेदिया मौके से गिरफ्तार हुआ है। प्रारंभिक पूछताछ में तस्कर ने बच्चों को दिल्ली ले जाकर मजदूरी कराने की बात स्वीकार की है।
संदिग्ध गतिविधि देख यात्री ने दी सूचना, बच्चों की बची जिंदगी
घटना शनिवार देर शाम की है, जब एक ट्रेन में सफर कर रहे यात्री ने एक व्यक्ति की संदिग्ध गतिविधि देख आरपीएफ को सूचना दी। सूचना मिलते ही आरपीएफ ने डालटनगंज स्टेशन पर ट्रेन की घेराबंदी कर दी और दोनों नाबालिगों को सकुशल रेस्क्यू कर लिया। मौके से तस्कर शर्मा बेदिया को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
6-6 हजार में तय था सौदा, दिल्ली में मजदूरी की थी साजिश
पकड़े गए आरोपी से हुई पूछताछ में पता चला कि बच्चों को दिल्ली में एक व्यक्ति को सौंपा जाना था, जहां उनसे 6-6 हजार रुपये में मजदूरी कराई जानी थी। यह सौदा झारखंड के गरीब बच्चों को बहला-फुसलाकर बाहर भेजने की साजिश का हिस्सा था। आरोपी यह भी कबूल कर चुका है कि पहले भी वह इस तरह की गतिविधियों में शामिल रह चुका है।
प्राथमिकी दर्ज, तस्कर जेल भेजा गया – सीडब्ल्यूसी की निगरानी में बच्चे
आरपीएफ द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट थाना, पलामू में आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। आहातू थाना प्रभारी रितेश लकड़ा ने बताया कि बच्चों को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के माध्यम से बालगृह में सुरक्षित रखा गया है। परिजनों को मामले की जानकारी दे दी गई है और आगे की जांच जारी है।