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केंद्र औऱ राज्य सरकार के काम में बाधा डालेंगे तो उनके नाम का नींबू काट देंगेः BJP

कई बार राजनीतिक मंचों पर भी अंधविश्वास से जुड़ी बातें या वक्तव्य चर्चा में आ जाते है। छत्तीसगढ़ में इसी प्रकार नींबू काटने का मामला इन दिनों चर्चा में बना हुआ है। वहीं इस मामले का लेकर आरोप-प्रत्यारोप भी लगाये जा रहे है।

by Reeta Rai Sagar
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पॉलीटिकिल डेस्क। छतीसगढ़ में अंधविश्वास ने एक बार फिर डेरा जमा लिया है और इस बार इसमें राजनीति भी शामिल है। बीजेपी के सांसद की एक टिप्पणी ने इस पर बहस छेड़ दी है। कांकेर के बीजेपी सांसद भोजराज नाग ने अपने हालिया बयान में कहा है कि नींबू काटने से विकास कार्यों की प्रगति में मदद मिलेगी।

यह टिप्पणी तब आई है, जब राज्य में काले जादू से जुड़ी कई क्रूर हत्याएं हुई है। इसी अंधविश्वास के कारण प्रदेश कई वर्ष पिछड़ गया है। 15 सितंबर को सुकमा जिले के एटकल गांव में काला जादू के संदेह में एक पुलिस कांस्टेबल मौसम बुच्चा और उनके पूरे परिवार की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।

क्यों आया काला जादू चर्चा में
इसी प्रकार की घटना बलौदाबाजार-भाटापारा में भी हुई थी, जहां 12 सितंबर को जादू-टोने के संदेह में एख ही परिवार के 6 सदस्यों की हत्या कर दी गई थी। दरअसल, चरछेड़ गांव में रामनाथ पटेल नाम के व्यक्ति के घर उनके बच्चे की तबीयत बिगड़ जाती है। उसके परिजनों को अपने पड़ोसी चैतराम पर काला जादू का शक होता है और चैतराम के परिवार की 11 माह के बच्चे के साथ नृशंस हत्या कर दी जाती है।

बलौदाबाजार के एएसपी अभिषेक सिंह ने इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की थी। उन्होंने बताया कि आरोपियों को काला जादू और जादू-टोना के संदेह में हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट ने उन्हें रिमांड पर भेजा है। जल्द ही मामले की सुनवाई होगी।

छतीसगढ़ में अंधविश्वास के मामले अधिक
ऐसी कई घटनाएं है। जहां अंधविश्वास इतना प्रगाढ़ हो जाता है कि लोग आत्म बलिदान के तौर पर अपना शीश काटकर तक दे देते है। जनवरी 2020 से लेकर 2024 तक, छतीसगढ़ में अंधविश्वास के कारण 54 हत्याएं हुई है। एनसीआरबी के आंकड़ों पर नजर डालें, तो 2021 में देशभर में छतीसगढ़ से सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए है। छतीसगढ़ सरकार ने 2005 में इनसे निपटने के लिए टोनही उत्पीड़न अधिनियम भी पेश की थी। इसके बावजूद बहुत कुछ करने की आवश्यकता है।

सार्वजनिक मंच पर क्या कहा भोजराज नाग ने
एक सार्वजनिक मंच पर संबोधन के दौरान भोजराज नाग ने कहा कि मैंने पहले भी कहा है और फिर से कह रहा हूं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं को कुछ लोगों द्वारा लापरवाही से नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उन्हें चेतावनी दे रहा हूं, अगर नहीं सुनेंगे, तो नींबू काट देंगे, उनके नाम पर कटौती की जाएगी। इस बयान की विपक्षियों ने तीखी आलोचना की है।

दीपक बैज ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा
छतीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि किसी जनप्रतिनिधि द्वारा ऐसा बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। बीजेपी के भीतर अंधविश्वास गहरा है। प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए बैज ने कहा कि यदि पीएम लोगों को कोरोना में थाली और ताली बजाने को कहते है, तो उनका अनुयायी समान रुप से इसका प्रतिनिधित्व करेगा।

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