Chaibasa (Jharkhand) : पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले के गोइलकेरा स्थित बिरसा टोली के पास एक पैथोलॉजी लैब पर मंगलवार को अनुमंडल पदाधिकारी (SDO) श्रुति राजलक्ष्मी ने छापेमारी की। इस दौरान इस लैब का गैर कानूनी ढंग से संचालन किए जाने का खुलासा हुआ। यहां गोइलकेरा के सरकारी अस्पताल का लैब टेक्नीशियन अजीत प्रसाद अवैध तरीके से इस पैथोलॉजी लैब का संचालन करते पकड़ा गया। छापेमारी के दौरान लैब का संचालन बिना लाइसेंस किए जाने का भी खुलासा हुआ।
लाडो डायग्नोस्टिक के कलेक्शन सेंटर के नाम पर लैब का संचालन
अनुमंडल पदाधिकारी ने दस्तावेजों की जांच की और लैब टेक्नीशियन से काफी देर तक पूछताछ की गई। पता चला कि चक्रधरपुर के लाडो डायग्नोसिस के कलेक्शन सेंटर के नाम पर पैथोलॉजी लैब का संचालन किया जा रहा है। पहले इसका नाम प्रसाद पैथोलॉजी और प्रसाद जांच घर भी था। लैब में प्रसाद पैथोलॉजी की ओर से मरीज को दिए जाने वाले रिपोर्ट का लेटर हेड मिला। उसमें कोरे रिपोर्ट पर दस्तखत किया हुआ था। छापेमारी के दौरान पैथोलॉजी लैब में रखे कई सैंपल, रजिस्टर, कागजात आदि जब्त कर लिए गए।
सेंटर में आइस बॉक्स भी नहीं
अनुमंडल पदाधिकारी ने गड़बड़ी पाए जाने पर पैथोलॉजी लैब को सील कर दिया है। आरोप है कि गैरकानूनी तरीके से चलाए जा रहे लैब में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं। इसे क्लेशन सेंटर बताकर चलाया जा रहा था। वहां से दरअसल रक्त जांच की रिपोर्ट भी दी जा रही थी। अनुमंडल पदाधिकारी की पूछताछ में अजीत प्रसाद ने बताया कि वह ब्लड सैंपल लेकर चक्रधरपुर स्थित लाडो डायग्नोसिस सेंटर में जांच करवाता है। लेकिन, सैंपल को सुरक्षित ले जाने के लिए आइस बॉक्स तक उसके पास नहीं मिला।
ब्लड सैंपल गोइलकेरा से जेब में ले जाता था चक्रधरपुर
पूछताछ के क्रम में उसने बताया कि सैंपल की शीशी वह जेब में लेकर गोइलकेरा से चक्रधरपुर ले जाता है। इस पर अनुमंडल पदाधिकारी चकित रह गईं। जांच के नाम पर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ के इस मामले के सामने आने के बाद गोइलकेरा में अवैध रूप से चलाए जा रहे पैथोलॉजी लैब संचालकों में हड़कंप मच गया है। पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा में थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों को एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाने के सनसनीखेज मामले के बाद प्रशासन ऐसे गैर कानूनी ढंग से चलाए जा रहे पैथोलॉजी लैब पर शिकंजा कसने में जुटा हुआ है।
मरीजों ने भी की लैब तकनीशियन की शिकायत
गोइलकेरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले कई मरीजों ने भी अजीत प्रसाद की शिकायत की है। मरीजों ने बताया कि अस्पताल में मुफ्त जांच की सुविधा है, लेकिन लैब टेक्नीशियन द्वारा जांच के लिए अपने प्राइवेट पैथोलैब में जांच कराने का दबाव बनाया जाता है। छापेमारी और जांच के दौरान गोइलकेरा के बीडीओ विवेक कुमार और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर जयश्री किरण भी मौजूद रहीं।

