नई दिल्ली : मिडिल ईस्ट में ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध ने गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार को झकझोर कर रख दिया है। मंगलवार रात ईरान द्वारा इजरायल पर मिसाइल दागे जाने के बाद से कच्चे तेल की कीमतों में तेजी देखने को मिली है।
ईरान-इजरायल संकट का भारत के आर्थिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, जिससे शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है और निर्यात प्रभावित हो रहा है।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1,264.2 अंकों की गिरावट के साथ 83,002.09 पर और निफ्टी 345.3 अंक फिसलकर 25,451.60 पर पहुंच गया। लगभग सभी सेक्टर लाल निशान में हैं। हालांकि, निफ्टी में जेएसडब्ल्यू स्टील, हिंडाल्को और टाटा स्टील जैसे कुछ शेयर ग्रीन जोन में नजर आ रहे हैं, जबकि टाटा मोटर्स, एशियन पेंट्स, टाटा कंज्यूमर, हीरो मोटोकॉर्प और आईसीआईसीआई बैंक रेड जोन में हैं।
ईरान के मिसाइल हमले के बाद मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के कारण भारतीय कंपनियों को महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों पर व्यापार में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस संघर्ष के चलते कंपनियों को उच्च माल ढुलाई लागत का सामना करना पड़ेगा। लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह, मिलिशिया और यमन के हूती विद्रोहियों के बीच घनिष्ठ संबंधों के कारण लाल सागर में जहाजों पर हमलों की आशंका बढ़ गई है।
इससे भारतीय निर्यातकों के लिए लाल सागर मार्ग पर व्यापार गंभीर रूप से बाधित हो सकता है, जो कि पिछले साल अक्टूबर से शुरू हुए क्राइसिस का परिणाम है।
इसके प्रभाव का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत के पेट्रोलियम निर्यात में अगस्त 2024 में 37.56 प्रतिशत की कमी आई है, जो कि 5.96 अरब डॉलर रहा, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 9.54 अरब डॉलर था।
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