श्रीहरिकोटा: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने रविवार की सुबह बड़ी सफलता प्राप्त की है। एक माह में एजेंसी की दूसरी बड़ी उड़ान रही। अंतरिक्ष एजेंसी ने श्रीहरिकोटा स्थित केंद्र से सिंगापुर की सात सैटेलाइट को 44.4 मीटर लंबे PSLV-C56 रॉकेट के जरिए लांच कर दिया। भेजे गए सात सैटेलाइटों में सबसे अहम 360 किलो का DS-SAR सैटेलाइट है। भारतीय समयानुसार आज सुबह 6.30 बजे इस लॉन्च किया गया।
यह लॉन्चिंग पूरी तरह सफल रही है। DS-SAR में ‘इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज’ (IAI) के डेवलप किए गए ‘सिंथेटिक अपर्चर रडार’ (SAR) पेलोड हैं। इसकी लॉन्चिंग को एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। इससे पहले अप्रैल में भी सिंगापुर के लिए पीएसएलवी-सी55/टेलियोज-2 मिशन भेजा गया था। इसरो ने बताया कि पीएसएलवी की यह 58वीं उड़ान है। वहीं अगर इस महीने की बात करें तो यह इसरो की दूसरी सफल लॉन्चिंग है। इससे पहले चंद्रयान थ्री को सफलता पूर्व अंतरिक्ष में भेजा जा चुका है।
जानिए क्या है इसका उपयोग:
अगर हम DS-SAR सैटेलाइट की बात करें तो इसे सिंगापुर की रक्षा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी एजेंसी (DSTA) और सिंगापुर के ही ST इंजीनियरिंग के बीच साझेदारी के तहत डेवलप किया गया है। सिंगापुर सरकार की विभिन्न एजेंसियों की उपग्रह से प्राप्त होने वाली तस्वीरों संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए इस उपग्रह का उपयोग किया जाएगा।
DS-SAR के अलावा ये सैटेलाइट भी लॉन्च हुईं हैं :
1. VELOX-AM: यह 23 किलोग्राम का टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर माइक्रोसैटेलाइट है।
2. ARCADE: यह भी एक प्रायोगिक सैटेलाइट है।
3. SCOOB-II: यह एक 3U नैनोसैटेलाइट है, ताकि एक खास तरह के टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेशन का टेस्ट किया जा सके।
4. NuLIoN: यह एक अत्याधुनिक 3U नैनोसैटेलाइट है। इसके जरिए बिना किसी बाधा के शहरों और सुदूर इलाकों में इंटरनेनट ऑफ थिंग्स की सुविधा प्रदान की जाएगी।
5. Galassia-2: यह भी एक 3U नैनोसैटेलाइट है, जिसे धरती की निचली कक्षा में स्थापित किया जाएगा।
6. ORB-12 STRIDER: यह इंटरनेशनल कोलैबोरेशन के तहत बनी सैटेलाइट है। इसे सिंगापुर की एलियेना पीटीई लिमिटेड कंपनी ने बनाया है।
इसरो प्रमुख ने मिशन की सफलता पर दी बधाई :
मिशन की सफलता के बाद इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने सभी वैज्ञानिकों के साथ ही देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पीएसएलवी-सी56 के जरिए लॉन्च किए गए मुख्य उपग्रह डीएस-एसएआर सहित सभी सात उपग्रह सफलतापूर्वक सही कक्षा में स्थापित हो गए हैं।
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