RANCHI (JHARKHAND): राजधानी रांची के ऐतिहासिक जगन्नाथपुर रथ यात्रा मेला की तैयारी पूरे जोरों पर है। इसे लेकर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी रांची मंजूनाथ भजंत्री ने रथ मेला की संपूर्ण व्यवस्था, सुरक्षा और साफ-सफाई की स्थिति का जायजा लिया। जिला के वरीय पदाधिकारियों और मंदिर समिति के सदस्यों के साथ बैठक की। बैठक में डीआईजी सह वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, ट्रैफिक पुलिस अधीक्षक, जनसंपर्क पदाधिकारी, हटिया डीएसपी, संबंधित अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी और मंदिर समिति के पदाधिकारी मौजूद थे।
मार्ग में रखे सभी इंतजाम
उपायुक्त ने जगन्नाथपुर मंदिर से मौसीबाड़ी तक रथ यात्रा मार्ग का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन, यातायात नियंत्रण, स्वास्थ्य सुविधा, अग्निशमन और स्वच्छता की उच्चस्तरीय व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। डीआईजी चंदन सिन्हा ने बताया कि रथ यात्रा के दौरान पूरे मेले में सीसीटीवी कैमरे, वॉच टावर तथा प्रमुख स्थानों पर दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाते हुए जगह-जगह बैरिकेडिंग भी की जा रही है।
सफाई और पर्यावरण सुरक्षा पर विशेष जोर
उपायुक्त ने रथ मेला को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त बनाने पर जोर देते हुए निर्देश दिया कि मेला परिसर में डस्टबिन अनिवार्य होंगे। प्लास्टिक थैलियों, डिस्पोजेबल ग्लास-प्लेट्स और अन्य अपशिष्ट सामग्रियों पर रोक लगाई गई है। इसके स्थान पर दोना, पत्तल, बांस की टोकरी और कागज से बने उत्पादों के प्रयोग को बढ़ावा देने की अपील की गई।
रांची नगर निगम की विशेष तैयारी
नगर निगम द्वारा मेला क्षेत्र में 27 जून से 5 जुलाई तक दो पालियों में नियमित साफ-सफाई, गार्बेज कलेक्शन, नालियों की सफाई, फॉगिंग, लार्विसाइडल छिड़काव और झाड़ियों की कटाई सुनिश्चित की जाएगी। श्रद्धालुओं के लिए 10 वाटर टैंकर और 5 चलंत शौचालय की व्यवस्था की गई है। जलापूर्ति को भी चार पालियों में नियमित किया जाएगा।
खोया-पाया केंद्र का इंतजाम
उपायुक्त ने बताया कि मेला के दौरान स्वयंसेवकों की तैनाती की जाएगी। इसके साथ ही सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के स्टॉल पर खोया-पाया केंद्र स्थापित किया जाएगा, जहां किसी व्यक्ति या बच्चे के खो जाने पर जानकारी दी जा सकेगी। एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जिला प्रशासन, मंदिर समिति और वालंटियर्स के बीच समन्वय सुनिश्चित किया जाएगा। मेले में लगने वाले झूलों के संचालन के लिए सुरक्षा मापदंडों का कड़ाई से पालन अनिवार्य किया गया है। सभी झूला संचालकों को तकनीकी जांच, प्रमाण पत्र, लाइसेंस आदि उपलब्ध रखने के निर्देश दिए गए हैं।उपायुक्त ने कहा कि रथ यात्रा रांची ही नहीं, पूरे झारखंड के लिए गौरव का विषय है। ऐसे में सभी विभागों एवं मेला न्यास समिति को टीम भावना से कार्य करते हुए इस आयोजन को सफल, स्वच्छ और सुरक्षित बनाना होगा।