Jamshedpur : महान आदिवासी योद्धा बिरसा मुंडा की शहादत दिवस के अवसर पर सोमवार को बिरसा सेना ने उपायुक्त कार्यालय, जमशेदपुर के बाहर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में बिरसा सेना के कार्यकर्ता शामिल हुए, जिन्होंने “हमार गांव, हमार राज” का नारा बुलंद करते हुए अपने अधिकारों और अस्तित्व की रक्षा की मांग उठाई। बिरसा सेना के केंद्रीय अध्यक्ष दिनकर कच्छप ने कहा कि सरकार झारखंड में पेसा कानून लागू करे। उन्होंने आरोप लगाया कि जेएमएम सरकार में आदिवासियों की जमीन लूटी जा रही है।
आदिवासियों की जमीन और धार्मिक स्थल असुरक्षित: दिनकर कच्छप
धरने का नेतृत्व कर रहे बिरसा सेना के अध्यक्ष दिनकर कच्छप ने कहा कि झारखंड में आदिवासी हितों के नाम पर बनी अबुआ सरकार के रहते हुए भी आदिवासियों की जमीन की खुलेआम लूट हो रही है। उन्होंने कहा कि न सिर्फ भूमि अधिग्रहण हो रहा है, बल्कि आदिवासियों के धार्मिक स्थल भी सुरक्षित नहीं हैं।
दिनकर कच्छप ने सरकार की शराब नीति पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इससे आदिवासी समाज का भविष्य अंधेरे में चला गया है। प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांग थी कि जल, जंगल और जमीन पर आदिवासियों का संवैधानिक अधिकार पुनः बहाल किया जाए।
चेतावनी: मांगे नहीं मानी गईं तो होगा उग्र आंदोलन
प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मांगी गईं तो वह आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।