Jamshedpur : प्रधानमंत्री भागीदारी आवास योजना से जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति और जुगसलाई नगर परिषद को बाहर कर दिया गया है। इस साल नगर विकास एवं आवास विभाग ने इन दोनों नगर निकायों को इस योजना के तहत एक भी मकान बनाने के लिए रकम जारी नहीं की है। इन दोनों नगर निकायों में इस योजना के तहत इस साल एक भी आवास का निर्माण नहीं होगा। ऐसा जमीन के पेंच की वजह से हुआ है। लाभुकों के पास जमीन का मालिकाना नहीं होने की वजह से जमशेदपुर अक्षेस और जुगसलाई को इस योजना से दूर कर दिया गया है।
कोल्हान के अन्य नगर निकायों को मिला है लक्ष्य
नगर विकास विभाग ने इस साल योजना का जो लक्ष्य निर्धारित किया है, उसमें इन दोनों नगर निकायों को कुछ नहीं मिला है। जबकि, कोल्हान के अन्य नगर निकायों को मानगो, चाकुलिया, सरायकेला, आदित्यपुर, कपाली, चाईबासा और चक्रधरपुर को इस साल भी भागीदारी आवास बनाने के लक्ष्य दिए गए हैं।
लफड़े की जमीन पर नहीं बनेंगे भागीदारी आवास
जमशेदपुर अक्षेस क्षेत्र में अधिकतर सरकारी जमीन है। इनका मालिकाना हक मकान मालिकों के पास नहीं है। लोगों ने सरकारी जमीन पर मकान बना लिए हैं। इनका कागजात मकान मालिकों के नाम नहीं होने की वजह से इस क्षेत्र के लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। जुगसलाई की स्थिति अलग है। यह एक छोटा सा इलाका है। यहां अधिकतर मकान पक्के बने हुए हैं। जो कुछ झोपड़ियां अभी हैं उनके पास जमीन के कागजात नहीं होने की वजह से दिक्कत आ रही है। इन इलाकों में पात्र लाभुक नहीं होने की वजह से इस नगर विकास एवं आवास विभाग ने इन्हें
क्या है प्रधानमंत्री भागीदारी आवास योजना
पहले हम जान लेते हैं कि आखिर प्रधानमंत्री भागीदारी आवास योजना क्या है। इस योजना के तहत वह लोग लाभुक होते हैं जिनके पास अपनी रैयती या रजिस्ट्री शुदा जमीन होती है। ऐसे लाभुक जिनकी जमीन के कागजात उनके नाम हैं और जमीन पर झोपड़ी या कच्चा मकान है, वह भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। योजना में चयनित लाभुकों को अपनी जमीन के दस्तावेज नगर निकाय को देने होते हैं। नगर निकाय अंचल अधिकारी को जमीन के कागजात भेज कर इसकी पुष्टि कराता है कि संबंधित लैंड लाभुक के ही नाम है या फिर किसी और के नाम है। अगर जमीन किसी और के नाम है तो उस लाभुक को योजना का लाभ नहीं दिया जाता है।
कोल्हान में कहां कितने लोगों को मिलेगी मकान बनाने के लिए राशि
मानगो – 50, चाकुलिया- 300, सरायकेला- 50, आदित्यपुर- 500, कपाली – 100, चाईबासा- 200 और चक्रधरपुर- 300
अन्य जिलों में कहां कितनों को मिलेगा आवासीय योजना का लाभ
बरहरवा- 300, बड़की सरैया-250, बासुकीनाथ- 300, बिश्रामपुर- 500, बुंडू- 200,चास- 700, चतरा- 400, छतरपुर- 500, चिरकुंडा- 500, देवघर- 2000, धनबाद – 2000, धनवार- 300, डोमचांच – 300, दुमका- 200, गढ़वा- 300, गिरीडीह- 1500, गोड्डा – 700, गुमला- 500, हरिहरगंज- 1000, हजारीबाग- 1000, हुसैनाबाद- 700, जामताड़ा- 700, झुमरीतिलैया- 250, खूंटी- 200, कोडरमा- 200, लातेहार- 200, लोहरदगा- 500, मधुपुर- 700, महागामा- 500, मंझिआंव- 300, मेदिनीनगर- 1000, मिहीजाम- 500, पाकुड़-400, फुसरो- 50 राजमहल- 200, रामगढ़- 1000, रांची- 2000, साहेबगंज- 300, बंशीधर- 500 और सिमडेगा- 300