जमशेदपुर : जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में अक्सर भ्रष्टाचार के मामले प्रकाश में आते रहे हैं। लेकिन, अब एक ऐसा मामला सामने आया है, जो हैरान करने वाला है। मामला गुरु-छात्रा के प्रेम प्रसंग से जुड़ा है। यूनिवर्सिटी के बीपीएड विभाग की कुछ छात्राओं ने नाम नहीं छापने की शर्त पर विभागाध्यक्ष डॉ. सजीत महतो पर आरोप लगाया है कि उनका विभाग की ही फोर्थ सेमेस्टर की एक छात्रा के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा है। इसका खामियाजा अन्य छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है।
छात्राओं ने बताया कि डॉ. सजीत महतो के कथित प्रेम में पड़ी छात्रा को सभी इंटरनल, प्रैक्टिकल और सेमेस्टर परीक्षा ए ग्रेड (ए ग्रेड) मिलता है। प्रत्येक सेमेस्टर में वह टॉपर रह रही है, जबकि उससे अधिक मेधावी छात्राओं को परीक्षा में कम अंक मिल रहे हैं। एक छात्रा ने तो दावा किया कि प्रैक्टकल परीक्षा (तैराकी) में उसे 30 में से कम से कम 27-28 नंबर मिलने चाहिए थे, लेकिन 19 नंबर मिले। इसी तरह एक अन्य विषय में भी काफी कम नंबर मिले हैं।
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वहीं, कथित प्रेमिका स्वीमिंग पूल में उतरी भी नहीं और उसे 28 नंबर मिल गए। इसे लेकर शिकायतकर्ता छात्रा ने अपनी उत्तरपुस्तिकाओं की री-चेकिंग कराने की अर्जी परीक्षा नियंत्रक को दी है। कुछ अन्य छात्राओं का भी यही कहना है। उन्होंने बताया कि डॉ. महतो की कथित प्रेमिका के गुड फेथ में रहने वाली छात्राओं को भी उसके साथ नजदीकी का लाभ मिल रहा है। लेकिन, शिक्षा के मंदिर में इस करतूत का समर्थन नहीं करने की वजह से उन्हें परीक्षा में इसका खामिजा भुगतना पड़ रहा है। यहां तक कि छात्रा (कथित प्रेमिका) भी उन्हें परीक्षा में नंबर कटवा देने की धमकी देती है।
ऐसे खुली प्रेम-प्रसंग की पोल
प्रैक्टिकल में कम नंबर मिलने की शिकायत करनेवाली छात्रा ने बताया कि विभागाध्यक्ष डॉ. महतो की करतूत का समर्थन नहीं करने वाली सभी छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उसने बताया कि दरअसल, उसने डॉ. महतो और उक्त छात्रा को मॉल में साथ घूमते देख लिया था। वहां उनसे कुछ कहा भी नहीं। इसके बाद भी डॉ. महतो और उनके साथ घूम रही छात्रा ने उसे निशाने पर ले लिया। क्लास में भी उसे प्रताड़ित किया जाने लगा।
यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को भेजा ई-मेल
इस मामले को लेकर छात्राओं में खासा असंतोष है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में विश्वविद्यालय की कुलपति, डीएसडब्ल्यू, रजिस्ट्रार समेत अन्य अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। पत्र ई-मेल के माध्यम से भेजा गया है। उन्होंने जांच करने का आश्वासन दिया है। इस संबंध में विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर सह प्रवक्ता डॉ. सुधीर कुमार साहू से विश्वविद्यालय का पक्ष लेने के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो सकी। यूनिवर्सिटी की प्रभारी कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता से भी संपर्क करने पर बात नहीं हो सकी। दोनों को वाट्सएप मैसेज भेजा गया है। लेकिन, समाचार लिखे जाने तक उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।
बता दें कि हाल ही में यूनिवर्सिटी के रजिस्टर ऑफिस में एक क्लर्क द्वारा कम्प्यूटर पर आपत्तिजनक व फूहाड़ वीडियो देखने का मामला प्रकाश में आया था। इसका वीडियो भी वायरल हुआ। इसे लेकर परसुडीह निवासी पंकज सरदार ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से यूनिवर्सिटी की कुलपति और कुलसचिव को लीगल नोटिस भेजा है। इस संबंध में यूनिवर्सिटी की प्रभारी कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता से भी संपर्क करने पर बात नहीं हो सकी। दोनों को वाट्सएप मैसेज भेजा गया है। लेकिन, समाचार लिखे जाने तक उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।
यह आरोप सरासर गलत : डॉ. सजीत महतो
इस संबंध में पूछने पर यूनिवर्सिटी के बीपीएड विभागाध्यक्ष डॉ. सजीत महतो ने कहा कि मेरे ऊपर लगाया गया यह आरोप सरासर गलत है। मैंने इसी वर्ष जनवरी में ही ज्वाइन किया है। मैं रांची यूनिवर्सिटी में भी पांच साल तक बीएड शिक्षक रहा हूं। वहां मेरा ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है।
पहले भी आया था सनसनीखेज मामला
बता दें कि हाल ही में यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ऑफिस में एक क्लर्क द्वारा कंप्यूटर पर आपत्तिजनक व फूहड़ वीडियो देखने का मामला सामने आया था। इसका वीडियो भी वायरल हुआ। इसे लेकर परसुडीह निवासी पंकज सरदार ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से यूनिवर्सिटी की कुलपति और कुलसचिव को लीगल नोटिस भेजा है।

