आयुष कुमार ने “बाईट्स” नामक स्टार्टअप की शुरुआत की है। इस स्टार्टअप को देश के प्रमुख इन्वेस्टर और इंटरप्रेन्योर निखिल कामथ की कंपनी वीटी फंड से फंडिंग मिली है, जो अब इस प्रोडक्शन को शुरू करने का मार्ग प्रशस्त कर रही है। एआई तकनीक से दो पहिया वाहनों की सुरक्षा में एक नया अध्याय जु़ड़ेगा
जमशेदपुर : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित तकनीक का उपयोग अब दो पहिया वाहनों की सुरक्षा के लिए किया जाएगा। एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) नाम की यह अभिनव तकनीक दुर्घटनाओं की संभावना को न्यूनतम करने में सहयोग करती है और बाइकर्स की जान बचाने में मदद करेगी। इस तकनीक का ट्रायल अब शुरू हो चुका है, जिससे यह आशा जताई जा रही है कि निकट भविष्य में यह तकनीक दो पहिया वाहनों के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी।
आयुष कुमार और उनकी टीम का अनोखा कदम
इस नई तकनीक को भारतीय बाजार में लाने की पहल जमशेदपुर के युवा इंटरप्रेन्योर आयुष कुमार ने की है। आयुष ने “बाईट्स” नामक स्टार्टअप की शुरुआत की है, जो एडास तकनीक को विकसित करने और इसे प्रोडक्शन में लाने के लिए काम कर रहा है। उनकी टीम में उनके को-फाउंडर प्रखर अग्रवाल भी शामिल हैं, जो बनारस (उत्तर प्रदेश) के निवासी हैं। इस स्टार्टअप को देश के प्रमुख इन्वेस्टर और इंटरप्रेन्योर निखिल कामथ की कंपनी वीटी फंड से फंडिंग मिली है, जो अब इस प्रोडक्शन को शुरू करने का मार्ग प्रशस्त कर रही है।
एडास तकनीक : दुर्घटनाओं से बचने का नया तरीका
एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) का मुख्य उद्देश्य इंसानी गलती के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को कम करना है। यह तकनीक रडार और मल्टी विजन-बेस्ड एल्गोरिदम का उपयोग करती है, जो वाहन के चारों ओर की स्थिति और माहौल का विश्लेषण करके ड्राइवर की सहायता करती है। यदि आवश्यक हो, तो यह तकनीक खुद से कार्रवाई भी करती है। आसान शब्दों में समझें तो ADAS ड्राइविंग के दौरान ड्राइवर के परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करता है, जिससे सड़क पर सुरक्षा बढ़ती है और दुर्घटनाओं में कमी आती है।
भविष्य के लिए एक क्रांतिकारी कदम
ADAS तकनीक को ऑटोनॉमस टेक्नोलॉजी के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। साथ उम्मीद जतायी जा रही है कि इससे न केवल दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी, बल्कि यह भविष्य में वाहन के स्वचालित संचालन की दिशा में भी मील का पत्थर साबित हो सकता है।