चतरा : करतूत चाहे उग्रवादी तत्व की हो या अपराधियों की। चतरा जिले की यह घटना खूब चर्चा में है। दरअसल, इस जिले के लावालौंग थाना क्षेत्र के टुनगुन गांव में अज्ञात लोगों ने दो जेसीबी को आग के हवाले कर नष्ट कर डाला।
आधी रात के समय दिया गया घटना को अंजाम
यह घटना उस समय हुई जब पूरे इलाके लोग गहरी नींद में सो रहे थे। पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ था। इस आपराधिक घटना को बुधवार की मध्यरात्रि के समय अंजाम दिया गया। जेसीबी मशीन घर के बाहर खड़ी थी। घरवाले अंदर सो रहे थे। उसी समय घर के बाहर आग की लपटें निकलने लगीं। आग की लपटें ऊंची थी और आसपास इस आग की रोशन फैल रही थी। घरवाले बाहर निकले तो देखा कि दोनों जेसीबी धू-धूकर जल रही हैं। किसी ने उनमें आग लगा दी थी।
उग्रवादियों का हाथ होने की भी आशंका, दुश्मनी की भी चर्चा
जेसीबी को आग लगाकर जला देने की इस घटना को कुछ लोग घटना को उग्रवादियों से जोड़कर बता रहे हैं। दूसरी ओर तो वहीं कुछ लोग इससे आपसी रंजिश का परिणाम बता रहे हैं। वहीं, इस मामले में स्थनीय पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच की कार्रवाई चल रही है। जब तक जांच पूरी नहीं होती है, तब तक कुछ भी स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है। पुलिस हर एक बिंदु को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा- सात-आठ की संख्या में थे अपराधी
इस घटना के कुछ प्रत्यक्षदर्शी भी सामने आए हैं। इन प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों ने बताया कि मध्य रात्रि को करीब एक से दो बजे के बीच सात से आठ संख्या में लोग अचानक गांव में आ धमके। सभी लोग हथियारों से लैस थे। गांव में आने के बाद वे सभी संवेदक शंकर साहू के घर के बाहर खड़े हो गए।
थोड़ी देर तक इधर-उधर देखा और वहां पर खड़ी जेसीबी से ही डीजल निकाल लिया। डीजल निकालने के बाद उन लोगों ने दोनों मशीनों में आग लगा दी। देखते ही देखते आग की लपटें ऊठने लगीं। इसके बाद कुछ अपराधी उन गांव वालों के पास भी आए और स्वयं को भाकपा माओवादी का सदस्य बताते हुए घटना की जिम्मेदारी संगठन पर लेने की बात कह कर वहां से निकल गए।
क्या कह रहे एसएसपी
जिले के पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने जेसीबी में आग लगाए जाने की घटना के संबंध में बताया कि आपराधिक एवं उग्रवादी दोनों बिंदु पर पुलिस की जांच चल रही है। जेसीबी मालिक का जैसा बयान आएगा, उसी के आधार पर प्राथमिकी दर्ज होगी।