Jamshedpur : प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड में चिटफंड घोटाले के मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। एजेंसी ने 521 करोड़ रुपये की ठगी से जुड़े इस मामले में ईसीआईआर संख्या 9/2025 दर्ज कर ली है। यह घोटाला मैक्सीजन टच प्राइवेट लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी से संबंधित है, जिसके निदेशक चंद्रभूषण सिंह उर्फ दीपक सिंह और उनकी पत्नी प्रियंका सिंह पर मुख्य आरोप है। जमशेदपुर के साकची थाने में इनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को ईडी ने टेक ओवर कर लिया है।
ईडी ने जमशेदपुर के साकची थाने में दर्ज प्राथमिकी को टेकओवर कर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच तेज कर दी है। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद एजेंसी जेल में बंद दोनों आरोपियों से तीन दिनों तक गहन पूछताछ करेगी। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि चंद्रभूषण और प्रियंका ने मैक्सीजन कंपनी को जमशेदपुर के पते पर पंजीकृत कराया था। लोगों को कम अवधि में भारी मुनाफे का लालच देकर उन्होंने निवेशकों से कुल 521 करोड़ रुपये की ठगी की। झारखंड के जमशेदपुर में ही इनके खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज हैं, जबकि बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में भी इसी तरह की शिकायतें मिली हैं।
16 सितंबर को ईडी ने झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में कंपनी के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इन छापों के दौरान ठगी से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए। विशेष रूप से चंद्रभूषण सिंह के नाम पर बने फर्जी आधार कार्ड भी जब्त हो गए हैं। एजेंसी के अनुसार, आरोपी तीन साल से पुलिस की तलाश से बचते फिर रहे थे। यह कार्रवाई निवेशकों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो चिटफंड जैसी अवैध योजनाओं पर लगाम लगाने की दिशा में आगे बढ़ेगी। गौरतलब है कि नौ सितंबर को जमशेदपुर की साकची पुलिस ने कंपनी के निदेशक चंद्रभूषण और उनकी पत्नी प्रियंका को गोमो रेलवे स्टेशन पर तब गिरफ्तार किया था जब वह दिल्ली से भुवनेश्वर जा रहे थे। इन्हें जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में रखा गया है।