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Model Code of Conduct : झारखंड के CM हेमंत सोरेन और असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा आमने-सामने

by Rakesh Pandey
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झारखंड : राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते जल्द ही आदर्श आचार संहिता लगने की उम्मीद है। संभव है कि दशहरा बाद केंद्रीय निर्वाचन आयोग चुनाव तिथि की घोषणा कर दे और आदर्श चुनाव आचारसंहिता लग जाए। इससे पहले ही इसे लेकर झारखंड के CM हेमंत सोरेन और असम के CM तथा भाजपा के झारखंड विधानसभा चुनाव सहप्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा आमने-सामने आ चुके हैं।

सबसे पहले सत्तारूढ दल झामुमो ने एक्स पर और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि भाजपा ‘गोगो दीदी योजना’ के लिए आवेदन भरा कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है। झामुमो ने इसके लिए चुनाव आयोग को भी निशाने पर लिया। इसके साथ ही सीएम हेमंत सोरेन ने आयोग से इस मामले में एक्शन लेने की अपील की है।

इसके बाद हेमंत सोरेन ने सभी जिलों के डीसी को निर्देश दिया कि वे संज्ञान लें। सुनिश्चित करें कि भारत निर्वाचन आयोग के सभी नियमों का सख्ती से पालन हो। झारखंड में किसी को आयोग के नियमों को तोड़ने की आज़ादी नहीं है। उन्होंने सभी डीसी से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने एवं सुसंगत धाराओं में मुकदमा कायम करते हुए सूचना देने को भी कहा है।

उनके इस निर्देश के बाद असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि चुनाव आयोग द्वारा चुनावी अधिसूचना जारी होने की तिथि से प्रभाव में आती है। अधिसूचना जारी होने तक, प्रत्येक राजनीतिक दल को अपने कार्यक्रम संचालित करने का अधिकार है। एक्स पर हेमंत सोरेन के एक पोस्ट का जिक्र करते हुए उसके जवाब में लिखा है कि जब तक हम किसी नियम या संवैधानिक प्रावधान का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं, हमारी गतिविधियों में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप अवैध माना जाएगा।

भाजपा को लेकर यह है झामुमो की शिकायत

झामुमो ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह लगातार चुनाव आयोग के नियमों की धज्जियां उड़ा रही है। इसके साथ ही कहा कि कमीशन सो रहा है। सवाल करते हुए कहा कि आखिर भाजपा को नियम तोड़ने की विशेष छूट है क्या? लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को बहुमत से कम मिली सीटों को टारगेट करते हुए कहा कि आख़िर इतनी छूट के बाद भी 240 ही क्यों? चुनाव आयोग कहता है कि किसी भी तरह का फॉर्म नहीं भराया जा सकता है – पर भाजपा के नेता लगातार इसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं और केंचुआ शांत है। झामुमो लीडर्स ने मुख्यमंत्री हेमंत से ऐसे मामले में संज्ञान लेने की अपील करते कहा है कि ऐसा नहीं होने पर INDIA भी अब ऐसे हथकंडे अपनाएगा।

मदरसा छाप लोग CM को देते हैं अधूरी जानकारी : बाउरी

सीएम हेमंत सोरेन द्वारा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के संबंध में सभी डीसी को निर्देश दिए जाने पर हिमंता के अलावा झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने भी पलटवार किया है। X पर पोस्ट किया है कि ‘गोगो दीदी योजना’ से झामुमो-कांग्रेस-राजद की सरकार डरी हुई है। मुख्यमंत्रीजी, आपका यह डर अच्छा है। बाउरी ने कहा है कि कोई अगर राज्य की महिलाओं को हक देने का प्रयास कर रहा है तो हेमंतजी को परेशानी है, अभी अगर बांग्लादेशियों को किसी योजना का लाभ देना होता तो हेमंतजी समर्थन में सबसे आगे खड़े होते।

आपके आसपास के मदरसा छाप लोग आधी-अधूरी जानकारी आपको देते हैं, इसलिए कुछ चीज आपको बतानी आवश्यक है। लोकसभा चुनाव के पूर्व I.N.D.I गठगबंधन खुलेआम महिलाओं से फार्म भरवा रहा था, तब मुख्यमंत्री को आनंद की अनुभूति हो रही थी। यह नियम आचार संहिता लगने के पश्चात का है, आचार संहिता लगने के पूर्व अगर कोई राजनीतिक दल अपने वादों को लेकर राज्य की जनता के समक्ष जाता है तो उसमें क्या समस्या है? समस्या सिर्फ वैसे लोगों को है जिनकी जमीन घिसक चुकी है।

अमर बाउरी ने राज्य के पदाधिकारियों से भी कहा है कि वे ध्यान रखें कि समय बदलेगा, परिस्थितियां बदलेंगी। ऐसा कोई कार्य न करें कि आप पर एक राजनीतिक दल का कार्यकर्ता होने का मोहर लग जाए और भविष्य में परेशानियां खड़ी हों। राज्य में BJP Jharkhand की सरकार आएगी और राज्य की हर महिला को महीने की 11 तारीख को 2100 रुपये दिए जाएंगे। इसे कोई भी कुंठित मानसिकता नहीं रोक सकती।

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