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Jharkhand Politics on liquor scam : बाबूलाल मरांडी ने कहा-झारखंड में दिल्ली से भी बड़ा शराब घोटाला, राज्य की राजनीति में भूचाल

by Anand Mishra
babulal marandi
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Ranchi (Jharkhand) : झारखंड में कथित शराब घोटाले को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस पूरे मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच कराने की मांग की है। रांची में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मरांडी ने राज्य सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि यह घोटाला 2022 से चल रहा है और दिल्ली शराब घोटाले से भी कहीं बड़ा है। मरांडी के इन तीखे आरोपों के बाद झारखंड की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आ गया है।

घोटाले की जांच निष्पक्ष नहीं, विनय चौबे की गिरफ्तारी सिर्फ दिखावा : मरांडी

बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि झारखंड में इस शराब घोटाले की जांच निष्पक्ष तरीके से नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे की गिरफ्तारी केवल मामले को रफा-दफा करने और “बड़ी मछलियों” को बचाने की कोशिश है। मरांडी ने सीधे तौर पर झारखंड सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने बिना किसी टेंडर के चार एजेंसियों को शराब आपूर्ति का काम सौंप दिया। इतना ही नहीं, फर्जी बैंक गारंटी देने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।

मरांडी ने मांग की कि इस घोटाले में शामिल सभी बड़े अधिकारियों पर तत्काल प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए। उन्होंने एसीबी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि झारखंड में एसीबी ने एक ही दिन में प्राथमिकी दर्ज कर विनय चौबे को गिरफ्तार कर लिया, जो दर्शाता है कि जांच की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में इसी तरह के घोटाले की तुलना करते हुए कहा कि वहां सीबीआई और ईडी जांच कर रही है, जबकि झारखंड में इस मामले को दबाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर लगाया आरोप

बाबूलाल मरांडी यहीं नहीं रुके। उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि शराब घोटाले के तार मुख्यमंत्री से भी जुड़े हुए हैं। मरांडी ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने 2022 में ही मुख्यमंत्री को इस संबंध में पत्राचार किया था, लेकिन सरकार की ओर से आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

जेल में बंद आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे की तबीयत को लेकर भी बाबूलाल मरांडी ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विनय चौबे इस घोटाले के एक महत्वपूर्ण सबूत हैं, इसलिए राज्य सरकार को उनकी देखभाल सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई अप्रिय घटना न हो।

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