जमशेदपुर : बिष्टुपुर थाना क्षेत्र स्थित एक्सएलआरआई परिसर में एक दुखद हादसा हुआ, जहां निर्माण कार्य के दौरान पान सरदार नामक 27 वर्षीय महिला मजदूर की करंट लगने से मौत हो गई। हादसा होते ही उसके साथी मजदूरों ने तुरंत उसे टीएमएच अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मजदूरों के प्रदर्शन के बाद प्रबंधन मृतक के परिजनों को सात लाख रुपये का मुआवजा देने को तैयार हुआ है।
पान सरदार बेलडीह बस्ती की निवासी थी और अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी। उसके पिता कालीचरण सरदार और मां बुजुर्ग हैं। पान सरदार अविवाहित थीं और अपने परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी उसी पर थी।
घटना की जानकारी मिलने के बाद मृतका के परिवार और स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। शनिवार सुबह से ही परिजनों और ग्रामीणों ने एक्सएलआरआई के गेट को जाम कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। मृतक के भाई मुकेश सरदार ने बताया कि वे 15 लाख रुपये मुआवजा की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों और परिजनों का कहना था कि एक्सएलआरआई प्रबंधन को मृतका के बुजुर्ग माता-पिता को उचित मुआवजा देना चाहिए। इस मामले में खैरा हेस्सा के मुखिया ने भी परिजनों का समर्थन किया और उचित मुआवजा देने की मांग की। अंत में, एक्सएलआरआई प्रबंधन ने सात लाख रुपये का मुआवजा देने की बात कही, जिसके बाद मामला शांत हुआ।
यह घटना मजदूरों के लिए सुरक्षा की कमी को भी उजागर करती है। स्थानीय लोगों और परिजनों ने मांग की है कि इस तरह के हादसों से बचने के लिए निर्माण स्थल पर सुरक्षा उपायों को कड़ा किया जाए। लोगों का कहना है कि इस बात की जांच की जाए कि महिला मजदूर को करंट कैसे लगा। इसमें किसकी लापरवाही थी। महिला मजदूर से क्यों ऐसी जगह काम कराया जा रहा था जहां उसे करंट लगने की संभावना थी।
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