जमशेदपुर : झारखंड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ ने सिद्धो कान्हू विश्वविद्यालय और नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल पर सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन के रवैये को उदासीन बताया है। महासंघ ने इस रवैये की कड़ी निंदा करते हुए सरकार से तुरंत समाधान निकालने की अपील की है।
न्यायोचित मांगें और ठप पठन-पाठन
महासंघ के मुताबिक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी सातवें पुनरीक्षित वेतनमान, एसीपी, एमएसीपी और सेवानिवृत्ति की आयु 62 वर्ष करने जैसी न्यायोचित मांगों को लेकर पिछले 15 दिनों से हड़ताल पर हैं। इससे विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में पठन-पाठन पूरी तरह से ठप हो गया है।
महासंघ ने दी चेतावनी
महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष धीरेन्द्र कुमार राय और महासचिव विश्वम्भर यादव ने कहा कि यदि सरकार जल्द ही कर्मचारियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार नहीं करती है तो महासंघ इस आंदोलन को राज्यव्यापी स्तर पर विस्तारित करने पर मजबूर होगा।
महासंघ की अपील
महासंघ के कोल्हान प्रक्षेत्रीय अध्यक्ष रमेश ठाकुर, सुनील कुमार यादव, वेद प्रकाश शुक्ल, संतोष कुमार, मनोज किशोर और चंदन कुमार ने भी कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया। उन्होंने सरकार से कर्मचारियों के साथ तत्काल वार्ता कर हड़ताल समाप्त कराने का अनुरोध किया है।
राज्य सरकार के लिए चुनौती
शिक्षा व्यवस्था प्रभावित होने के चलते राज्य सरकार पर जल्द समाधान निकालने का दबाव है। महासंघ ने स्पष्ट किया है कि वह आंदोलनरत कर्मचारियों के साथ है और उनके अधिकारों के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेगा।